

भारत के वैज्ञानिक गोपनीय तरीके से “काली-5000” (किलो एंपीयर लीनियर इंजेक्टर) मिशन पर अनुसंधान में जी जान से जुटे हुए हैं। यह अनुसंधान पूरा हो जाने पर भारत की हवाई सुरक्षा अभेद हो जाएगी। और इसके बाद कोई भी देश भारत पर हमला करने की सोच भी नहीं सकता।
मिनटों में ख़ाक हो जाएँगी पाकिस्तान और चीन के सभी विमान और मिसाइलें..
यह एक ऐसी तकनीक है जिसके जरिए लेजर जैसी अदृश्य बीम को फायर करके अपनी तरफ आ रहे आक्रामक हथियार को नष्ट किया जा सकेगा। काली-5000 मिशन पूर्ण हो जाने पर दुश्मन की मिसाइल, विमान यहां तक कि अंतरिक्ष में उपग्रह को भी हवा में ही मार गिराया जा सकेगा। या यूं कहें कि कोई परिंदा भी आकाश से भारत की तरफ बिना उसकी इजाजत के आंख उठा कर नहीं देख सकेगा।
जानकारों की माने तो भाभा एटोमिक रिसर्च सेंटर में इस तकनीक को अन्य कार्यों में काम लेता रहा है। अब इसी तकनीक को परिष्कृत करने का काम चल रहा है। सैन्य ताकत को बढ़ाने में इसके इस्तेमाल पर काम किया जा रहा है। डीआरडीओ भी इस मिशन में भाभा एटोमिक रिसर्च सेंटर के साथ मिलकर काम कर रहा है।
अमेरिका भी लेजर आधारित नई युद्ध प्रणाली का विकास कर रहा है। भविष्य की ऐसी ही एक हथियार प्रणाली भारत भी विकसित कर रहा है, लेकिन भारत की प्रणाली लेजर सिस्टम से बिल्कुल अलग है। जानकारों का मानना है कि अगर हिंदुस्तान काली-5000 नाम के इस हथियार का विकास करने में सफल हो जाता है तो वो अमेरिका की तर्ज पर ही स्टार वार जैसी युद्ध प्रणाली भी विकसित करने में सक्षम हो जाएगा।
KALI-5000- किलो एंपीयर लीनियर इंजेक्टर (Kilo Ampere Linear Injector)-
पाकिस्तान और चीन। दोनों किस तरह हिंदुस्तान को घेरने की कोशिश कर रहे हैं ये छुपा नहीं है। दोनों अपनी मिसाइल ताकत बढ़ा रहे हैं। चीन के पास देंगफेंग मिसाइलें हैं तो पाकिस्तान के पास ही शाहीन-3 जैसी घातक मिसाइलें, लेकिन पाकिस्तान और चीन की इस मिसाइल ताकत को तबाह करने वाले हिंदुस्तान के एक सीक्रेट वेपन काली-5000 की योजना भी तैयार हो चुकी है।
KALI 5000 – भारत का अदृश्य तरंगों वाला ब्रह्मास्त्र:-
इस सीक्रेट योजना के तहत जिस सीक्रेट वेपन को बनाने की कोशिश की जा रही है उसका नाम है काली (KALI-5000) यानी (Kilo Ampere Linear Injector)। भविष्य में युद्ध का तौर-तरीका बदलने की ताकत रखने वाला हिंदुस्तान का ये सीक्रेट हथियार लेजर गन नहीं है। India’s Electron Accelerated Pulse Power Gigahertz Microwave Beam Weapon ही KALI 5000 कहलाता है। ये एसीलिरेटर इलेक्ट्रान की ऊर्जा को इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन में बदल कर हाई एनर्जी वाली तरंगों में बदल देता है।
हाई एनर्जी वाली ये तरंग दुश्मनों की मिसाइलों और लड़ाकू विमानों पर बेआवाज बिजली की तरह कहर बनकर टूटेगी और पल भर में दुश्मन को जला कर खाक कर देंगी। खबरों के मुताबिक काली पर लंबे वक्त से रिसर्च चल रहा है, इसके कुछ प्रोटोटाइप तैयार भी किए जा चुके हैं, लेकिन पूरी हथियार प्रणाली का विकास अभी भी जारी है और कुछ ही साल में ये पूरा हो जायेगा।
KALI 5000 – जो अवांछित हवाई जहाज और मिसाईल, रॉकेट समेत हर अवांछनीय वस्तु के इलेक्ट्रॉनिक, इलेक्ट्रिक सर्किट और चिपों को इलेक्ट्रॉन माईक्रोवेव तरंगों के शक्तिशाली झटके से फेल कर हमारे देश व सीमाओं की रक्षा करेगा।