बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी को सीतामढ़ी में काले झंडे दिखाए गए हैं. सवर्ण सेना से जुड़े लोगों ने सुशील मोदी को काले झंडे दिखाए और उनका विरोध किया. यह विरोध शहर के जानकी स्थान के पास हुआ. मोदी शहर में युवा सम्मेलन में भाग लेने पहुंचे थे, इस दौरान उन्हें लोगों का विरोध झेलना पड़ा.
भारतीय जनता युवा मोर्चा के सम्मेलन में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को भी शिरकत करनी है. सीतामढ़ी के पहले भी सुशील मोदी को बिहार के ही दरभंगा में भी विरोध का सामना करना पड़ा था. काला झंडा दिखाने के बाद सीतामढ़ी में 'सुशील मोदी वापस जाओ' के नारे लगे. लोग विरोध के दौरान एससी-एसटी एक्ट को वापस लेने की मांग कर रहे थे.
बता दें, इससे पहले मंत्री, अश्विनी चौबे, सांसद मनोज तिवारी, बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय, बिहार सरकार के मंत्री ललन सिंह और विजय सिन्हा समेत कई नेताओं का विरोध हो चुका है.
दरअसल सवर्ण समाज के लोग 6 सितम्बर को सवर्ण सेना ने एससी-एसटी एक्ट के विरोध में और गरीब सवर्णों के आरक्षण की मांग को लेकर भारत बंद के दौरान पटना में पुलिस द्वारा की गई पिटाई का विरोध कर रहे हैं. इसके साथ ही एससी-एसटी एक्ट में हुए संशोधन के खिलाफ भी हैं.
सवर्ण सेना के युवा नेता भागवत शर्मा ने बताया कि विरोध का ये दौर लगातार चलता रहेगा और हम किसी भी कीमत पर अपने समाज के साथ हो रहे अन्याय को बर्दाश्त नहीं करेंगे.
भारतीय जनता युवा मोर्चा के सम्मेलन में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को भी शिरकत करनी है. सीतामढ़ी के पहले भी सुशील मोदी को बिहार के ही दरभंगा में भी विरोध का सामना करना पड़ा था. काला झंडा दिखाने के बाद सीतामढ़ी में 'सुशील मोदी वापस जाओ' के नारे लगे. लोग विरोध के दौरान एससी-एसटी एक्ट को वापस लेने की मांग कर रहे थे.
बता दें, इससे पहले मंत्री, अश्विनी चौबे, सांसद मनोज तिवारी, बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय, बिहार सरकार के मंत्री ललन सिंह और विजय सिन्हा समेत कई नेताओं का विरोध हो चुका है.
दरअसल सवर्ण समाज के लोग 6 सितम्बर को सवर्ण सेना ने एससी-एसटी एक्ट के विरोध में और गरीब सवर्णों के आरक्षण की मांग को लेकर भारत बंद के दौरान पटना में पुलिस द्वारा की गई पिटाई का विरोध कर रहे हैं. इसके साथ ही एससी-एसटी एक्ट में हुए संशोधन के खिलाफ भी हैं.
सवर्ण सेना के युवा नेता भागवत शर्मा ने बताया कि विरोध का ये दौर लगातार चलता रहेगा और हम किसी भी कीमत पर अपने समाज के साथ हो रहे अन्याय को बर्दाश्त नहीं करेंगे.