झारखंड में तबरेज अंसारी की मॉब लिंचिंग और मौत के मामले में अब एक नया मोड़ आ गया है. जिस गांव में तबरेज की मॉब लिंचिंग हुई, वहां की महिलाओं का आरोप है कि बीती रात कथित तौर पर एआईएमआईएम के लोगों ने आकर रेप, लूट और जान से मारने की धमकी दी है. धातकीडीह नाम के इस गांव में तबरेज की हत्या के बाद से ही सन्नाटा पसरा हुआ है. गांव के पुरुष फरार हैं और महिलाएं डरी हुई हैं. महिलाओं ने सरायकेला थाने में शिकायत दर्ज कराई है कि बीती रात गांव में एआईएमआईएम झंडे लगी करीब 30 गाड़ियों से लोग धर्म विशेष के लोग आए थे, जिन्होंने बुरी तरह धमकाया.
धातकीडीह गांव के ग्राम प्रधान संतोष महतो ने एक निजी चैनल को बताया कि चोरी करने के इरादे से घुसे तबरेज और उसके साथी उस समय भागने लगे, जब ग्रामीण आवाज सुनकर जाग गए. उसके साथी तो भागने में सफल रहे लेकिन झाड़ी में छिपने के बावजूद तबरेज पकड़ा गया. ग्रामीणों ने बताया कि तबरेज भागने के क्रम में गिर गया था.
आपको याद दिला दें कि 24 साल के तबरेज अंसारी जमशेदपुर से अपने गांव वापस लौट रहा था. उसी वक्त उन्हें घातकीडीह गांव में भीड़ ने चोरी के शक में घेर लिया. चोरी का आरोप लगाते हुए लोगों ने उसे पोल से बांध दिया और बुरी तरह पीटना शुरू कर दिया. पीड़ित युवक की कई घंटे तक पिटाई की गई. इसके बाद 18 जून को उसे पुलिस के हवाले किया गया. जिसके बाद तबरेज को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. जेल में तबरेज की हालत बिगड़ गई, जिसके बाद 22 जून को उसे बेहद खराब हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
तबरेज के परिजनों ने आरोप लगाया है कि मुस्लिम नाम होने की वजह से लोगों ने उसकी जमकर पिटाई की. भीड़ ने उससे 'जय श्री राम' और 'जय हनुमान' के बार-बार नारे लगवाए. उन्होंने तबरेज की हत्या करने वालों की गिरफ्तारी की मांग की.