इंदौर ट्रैफ़िक पुलिस के बिल्ला नंबर 146
इंदौर।। इंदौर के ट्रैफ़िक पुलिस हवलदार रंजीत सिंह जी चौराहों पर यातायात नियंत्रण ऐसे करते हैं मानो माइकल जैक्सन 'मूनवाकिंग' कर रहे हों! उनके यातायात नियंत्रण के एक्शन को देखने कई लोग रुक जाते हैं और कई उन्हें मोबाइल कैमरे से शूट करने लगते हैं। बरसों तक वे हाईकोर्ट के सामने तिराहे पर ड्यूटी देते रहे, वहां से ड्यूटी हटाई गई तो अफसर के पास एक न्यायमूर्ति का फोन आया कि उसी हवलदार को वापस लगाओ.
इंदौर में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट हो या रविवार को होने वाला वॉकर्स झोन का अभियान! रंजीत सिंह जी की ज़रूरत पड़ती ही हैं. इंदौर में 300 ट्रैफिक हवलदार हैं, जो 30 लाख की आबादी पर कम हैं लेकिन उनकी प्रेरणा से कई ट्रैफ़िक हवलदार बहुत ही शानदार कार्य करते देखे जा सकते हैं.
रंजीत सिंह जी इंदौर पुलिस के हवलदार होने के साथ ही सेलेब्रिटी हैं. उन्हें डांस - संगीत कार्यक्रमों में, स्थानीय टीवी और एफएम कार्यक्रमों में बुलाया जाता है। यातायात व्यवस्था पर उनकी राय ली जाती है. उनकी लगन, मेहनत और निष्ठा प्रेरणा देती है कि कर्म ही सर्वोच्च है ! उनकी खूबियों को सबसे पहले इंदौर में एसपी बनकर आये मधु कुमार ने पहचाना और अब कमिश्नर संजय दुबे से लेकर एडीजीपी श्री माहेश्वरी तक उनके काम की सराहना कर चुके हैं.
ट्रैफ़िक में आने के पहले 7 साल तक आम पुलिसकर्मी की ड्यूटी कर चुके हैं. थानों में बाबूगीरी भी की, पर ट्रैफ़िक में आते ही उन्हें नया लक्ष्य मिला, वाहन चालकों को सुरक्षित वाहन चालन के लिए प्रेरित करने का।
एमए समाजशास्त्र की उपाधिवाले रंजीत सिंह जी कई साल लगातार श्रेष्ठ यातायातकर्मी चुने जाते रहे। उनके पिता और दादा भी पुलिस में थे। उनके 2 बच्चे हैं और छोटा भाई 'डांस इण्डिया डांस' में आकर नाम काम चुका है! फेसबुक पर उनके दो अकाउंट और 8 हजार से ज्यादा फ्रेंड्स हैं। 25000 से भी ज्यादा लोग उन्हें फेसबुक पेज पर फॉलो करते है। जब वे छुट्टी पर जाते हैं तब फेसबुक पर मित्रों को बताकर जाते हैं.
इंदौर।। इंदौर के ट्रैफ़िक पुलिस हवलदार रंजीत सिंह जी चौराहों पर यातायात नियंत्रण ऐसे करते हैं मानो माइकल जैक्सन 'मूनवाकिंग' कर रहे हों! उनके यातायात नियंत्रण के एक्शन को देखने कई लोग रुक जाते हैं और कई उन्हें मोबाइल कैमरे से शूट करने लगते हैं। बरसों तक वे हाईकोर्ट के सामने तिराहे पर ड्यूटी देते रहे, वहां से ड्यूटी हटाई गई तो अफसर के पास एक न्यायमूर्ति का फोन आया कि उसी हवलदार को वापस लगाओ.
इंदौर में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट हो या रविवार को होने वाला वॉकर्स झोन का अभियान! रंजीत सिंह जी की ज़रूरत पड़ती ही हैं. इंदौर में 300 ट्रैफिक हवलदार हैं, जो 30 लाख की आबादी पर कम हैं लेकिन उनकी प्रेरणा से कई ट्रैफ़िक हवलदार बहुत ही शानदार कार्य करते देखे जा सकते हैं.
रंजीत सिंह जी इंदौर पुलिस के हवलदार होने के साथ ही सेलेब्रिटी हैं. उन्हें डांस - संगीत कार्यक्रमों में, स्थानीय टीवी और एफएम कार्यक्रमों में बुलाया जाता है। यातायात व्यवस्था पर उनकी राय ली जाती है. उनकी लगन, मेहनत और निष्ठा प्रेरणा देती है कि कर्म ही सर्वोच्च है ! उनकी खूबियों को सबसे पहले इंदौर में एसपी बनकर आये मधु कुमार ने पहचाना और अब कमिश्नर संजय दुबे से लेकर एडीजीपी श्री माहेश्वरी तक उनके काम की सराहना कर चुके हैं.
ट्रैफ़िक में आने के पहले 7 साल तक आम पुलिसकर्मी की ड्यूटी कर चुके हैं. थानों में बाबूगीरी भी की, पर ट्रैफ़िक में आते ही उन्हें नया लक्ष्य मिला, वाहन चालकों को सुरक्षित वाहन चालन के लिए प्रेरित करने का।
एमए समाजशास्त्र की उपाधिवाले रंजीत सिंह जी कई साल लगातार श्रेष्ठ यातायातकर्मी चुने जाते रहे। उनके पिता और दादा भी पुलिस में थे। उनके 2 बच्चे हैं और छोटा भाई 'डांस इण्डिया डांस' में आकर नाम काम चुका है! फेसबुक पर उनके दो अकाउंट और 8 हजार से ज्यादा फ्रेंड्स हैं। 25000 से भी ज्यादा लोग उन्हें फेसबुक पेज पर फॉलो करते है। जब वे छुट्टी पर जाते हैं तब फेसबुक पर मित्रों को बताकर जाते हैं.