दरअसल ये ग्रीन डेल्ज पब्लिक स्कूल में पहली बार ईद-उल-फितर के अवसर पर दिल्ली से आई एक विशेष समुदाय की अध्यापिका द्वारा छोटे-छोटे बच्चों के सिर पर सफेद रूमाल रख कर नवाज अता कराये जाने मामला है। छोटे बच्चों द्वारा नवाज अता करने पर जैसे ही वो घर पहुंचे तो उन्होंने अपने अभिभाववकों को बताया।
आरोप लगाया जा रहा है कि किसी एनजीओ के अन्तर्गत एक षडयंत्र के तहत स्कूल परिसर के अन्दर छोटे बच्चों से नवाज अता कराई गई। शहर के थाने में 4 से 5 घंटा चली पंचायत के पश्चात पंचायत ने सर्व सम्मति से फैसला लिया कि स्कूल संचालकों पर 5 लाख 51 हजार रूपये का आर्थिक दंड जाए। 2 साल तक किसी भी कक्षा की फीस नहीं बढाई जायेगी। पंचायत ने एक तुगलकी आदेश भी जारी कर डाला कि स्कूल की छात्राएं स्कर्ट के स्थान पर सूट सलवार पहन कर ही जाएँ। उपरोक्त गलती की लिखित में मॉफी मांगे। तब जाकर लोगों का गुस्सा शान्त हुआ। पंचायत में टेकचन्द सैनी, महेन्द्र गर्ग राजकुमार मित्तल, चौ सवाई सिंह सहरावत, सरपंच फूल सिंह मलिक, प्रमोद नम्बरदार, पार्षद ज्ञानीराम वर्मा ,पार्षद विनय मलिक, बबली सोनी, मुकेश प्रधान, सुरेश प्रधान, लालचन्द आर्य, फतेह सिंह, मा0 छतर सिंह सहरावत, लखपत शर्मा, राधे श्याम सोनी, दीपक सतीजा एडवोकेट आदि उपस्थित थे।