
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक घटना कानपुर की है, जहां खुद का बिजनेस करने वाले व्यक्ति की शादी सरकारी नौकरी कर रही एक लड़की से होने वाली थी। दोनों के बीच सबकुछ ठीक चल रहा था और सिर्फ शादी समारोह की व्यवस्था को लेकर बात करनी रह गई थी।
दोनों ने फैसला किया कि वह मंदिर में मुलाकात करके इस बारे में बात कर लेंगे। दोनों की मुलाकात हुई और बातें होने लगी। तभी देश की गिरती अर्थव्यवस्था को लेकर चर्चा होने लगी। सरकारी नौकरी करने वाली लड़की का कहना था कि इसके लिए पीएम मोदी ही जिम्मेदार है। मगर लड़की को जानकारी नहीं थी कि उसका होने वाला दुल्हा मोदी समर्थक है। फिर क्या था, दोनों के बीच जमकर बहस हुई और बात यहां तक आ गई कि दोनों को शादी तोड़ने का फैसला करना पड़ा।