नई दिल्ली।। वर्तमान में कई मुद्दों को लेकर केंद्र से दो-दो हाथ कर रहे सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) जस्टिस टीएस ठाकुर सुर्खियों में हैं। लेकिन आरटीआई से प्राप्त एक जानकारी से खुलासा हुआ है कि सुप्रीम कोर्ट के जज अपनी पत्नियों के साथ विदेश यात्रा में भारी-भरकम खर्च किया है। खुद चीफ जस्टिस ठाकुर ने ही तीन सालों में करीब 37 लाख रुपए खर्च किए। इस फेहरिसत में कई जजों के नाम हैं जिन्होंने विदेश यात्रा में सुप्रीम कोर्ट के करोड़ों रुपए खर्च किए हैं।
न्यायपालिका में काम के दबाव के बीच न्यायाधीशों की कमी और केंद्र सरकार द्वारा इस बारे में कोई कदम नहीं उठाए जाने से नाराज़ टीएस ठाकुर ने स्वतंत्रा दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन से निराशा जताकर सुखिर्यों में रहे हैं।
एडवोकेट गौरव अग्रवाल को आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार जस्टिस टीएस ठाकुर ने अपनी पत्नी के साथ सुप्रीम कोर्ट के खर्चे पर तीन सालों में कई देशों की यात्रा की।
भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) जस्टिस टीएस ठाकुर ने अपनी पत्नी के साथ कोलंबो (श्रीलंका) केनबरा (ऑस्ट्रेलिया), सेंट पीटर्सबर्ग (रूस), इथाका, वाशिंगटन, न्यूयार्क (अमेरिका) और शिकागो की यात्राएं कीं। यह विदेशी यात्राएं अप्रैल 2013 और मार्च 2016 के बीच हुईं और इन पर हवाई टिकट का पूरा खर्च 36.88 लाख रुपये आया जो सुप्रीम कोर्ट ने वहन किया।
आरटीआई ने और भी जानकारियां सामने लाईं हैं। इसके अनुसार, सुप्रीम कोर्ट कुछ और शीर्ष न्यायाधीशों ने भी अपने परिवार के साथ विदेशी मुल्कों की यात्राएं सुप्रीम कोर्ट के खर्चे पर कीं। जानकारी के अनुसार, इनमें जस्टिस एके सीकरी ने अपनी पत्नी के साथ मार्च 2016 तक सात विदेश यात्राएं की हैं।
उन्होंने एम्सटर्डम, हेग, सिंगापुर दो बार, हांगकांग, ब्रसेल्स, माकाओ और तेल अवीव यात्राएं की। इनकी यात्राओं का हवाई टिकट का खर्च 37.91 लाख रुपये आया। आरटीआई के अनुसार, जस्टिस जे चेलामेश्वर और रंजन गोगाई का नाम इस फेहरिस्त में सबसे नीचे है। इनकी विदेशी यात्राओं पर सबसे कम खर्च हुआ है। जस्टिस चेलामेश्वर ने काठमांडू की यात्रा की है और इस पर सुप्रीम कोर्ट के 1.13 लाख रुपये खर्च हुए हैं।
इसी तरह जस्टिस गोगाई की भूटान यात्रा पर 1.46 लाख रुपये खर्च होने की जानकारी है। जस्टिस मदन बी लोकुर ने बरमूडा की दो यात्राएं अपनी पत्नी के साथ की हैं। उन्होंने एंटालया (तुर्की) की भी यात्रा की है और इन पर सुप्रीम कोर्ट पर 25.09 लाख रुपये की बोझ पडा है।
आरटीआई के अनुसार, जस्टिस अनिल आर दवे और उनकी पत्नी ने केनबरा और स्ट्रासबर्ग की यात्रा की है जिस पर 17.93 लाख रुपये का खर्च आया। जस्टिस जेएस केहर और उनकी पत्नी ने चीन के सान्या और बोआओ-हाइनान की यात्रा की है जिसपर 6.85 लाख रुपये खर्च हुए। जस्टिस एफएमआई खलीफुल्ला फ्रांस में स्ट्रासबर्ग की यात्रा की जिसपर सुप्रीम कोर्ट ने 9.18 लाख रुपये खर्च का वहन किया। इसी तरह जस्टिस एसए बोबडे ने न्यूयार्क की यात्रा की जिसकी टिकट पर 4.5 लाख रुपये का खर्च आया।
न्यायपालिका में काम के दबाव के बीच न्यायाधीशों की कमी और केंद्र सरकार द्वारा इस बारे में कोई कदम नहीं उठाए जाने से नाराज़ टीएस ठाकुर ने स्वतंत्रा दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन से निराशा जताकर सुखिर्यों में रहे हैं।
एडवोकेट गौरव अग्रवाल को आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार जस्टिस टीएस ठाकुर ने अपनी पत्नी के साथ सुप्रीम कोर्ट के खर्चे पर तीन सालों में कई देशों की यात्रा की।
भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) जस्टिस टीएस ठाकुर ने अपनी पत्नी के साथ कोलंबो (श्रीलंका) केनबरा (ऑस्ट्रेलिया), सेंट पीटर्सबर्ग (रूस), इथाका, वाशिंगटन, न्यूयार्क (अमेरिका) और शिकागो की यात्राएं कीं। यह विदेशी यात्राएं अप्रैल 2013 और मार्च 2016 के बीच हुईं और इन पर हवाई टिकट का पूरा खर्च 36.88 लाख रुपये आया जो सुप्रीम कोर्ट ने वहन किया।
आरटीआई ने और भी जानकारियां सामने लाईं हैं। इसके अनुसार, सुप्रीम कोर्ट कुछ और शीर्ष न्यायाधीशों ने भी अपने परिवार के साथ विदेशी मुल्कों की यात्राएं सुप्रीम कोर्ट के खर्चे पर कीं। जानकारी के अनुसार, इनमें जस्टिस एके सीकरी ने अपनी पत्नी के साथ मार्च 2016 तक सात विदेश यात्राएं की हैं।
उन्होंने एम्सटर्डम, हेग, सिंगापुर दो बार, हांगकांग, ब्रसेल्स, माकाओ और तेल अवीव यात्राएं की। इनकी यात्राओं का हवाई टिकट का खर्च 37.91 लाख रुपये आया। आरटीआई के अनुसार, जस्टिस जे चेलामेश्वर और रंजन गोगाई का नाम इस फेहरिस्त में सबसे नीचे है। इनकी विदेशी यात्राओं पर सबसे कम खर्च हुआ है। जस्टिस चेलामेश्वर ने काठमांडू की यात्रा की है और इस पर सुप्रीम कोर्ट के 1.13 लाख रुपये खर्च हुए हैं।
इसी तरह जस्टिस गोगाई की भूटान यात्रा पर 1.46 लाख रुपये खर्च होने की जानकारी है। जस्टिस मदन बी लोकुर ने बरमूडा की दो यात्राएं अपनी पत्नी के साथ की हैं। उन्होंने एंटालया (तुर्की) की भी यात्रा की है और इन पर सुप्रीम कोर्ट पर 25.09 लाख रुपये की बोझ पडा है।
आरटीआई के अनुसार, जस्टिस अनिल आर दवे और उनकी पत्नी ने केनबरा और स्ट्रासबर्ग की यात्रा की है जिस पर 17.93 लाख रुपये का खर्च आया। जस्टिस जेएस केहर और उनकी पत्नी ने चीन के सान्या और बोआओ-हाइनान की यात्रा की है जिसपर 6.85 लाख रुपये खर्च हुए। जस्टिस एफएमआई खलीफुल्ला फ्रांस में स्ट्रासबर्ग की यात्रा की जिसपर सुप्रीम कोर्ट ने 9.18 लाख रुपये खर्च का वहन किया। इसी तरह जस्टिस एसए बोबडे ने न्यूयार्क की यात्रा की जिसकी टिकट पर 4.5 लाख रुपये का खर्च आया।