रक्षा मंत्री सियाचिन पर मराठी पत्रकार-लेखकर नितिन गोखले की पुस्तक का विमोचन करने के बाद संबोधित कर रहे थे। पिछले साल नवंबर में आमिर ने यह कहते असहिष्णुता के कथित बढ़ते माहौल पर सुर में सुर मिलाया था कि वह ऐसी बढ़ती घटनाओं से स्तब्ध हैं और उनकी पत्नी किरण राव ने सुझाव तक दिया था कि देश छोड़ दें।
जेएनयू में देशविरोधी नारेबाजी की कथित घटना का परोक्ष रूप से जिक्र करते हुए पर्रिकर ने कहा, कैसे कुछ लोगों को देश के विरोध में बोलने का साहस हो जाता है। ऐसे लोग, जो लोग देश के खिलाफ बोलते हैं, उन्हें इस देश के लोगों द्वारा पाठ पढ़ाने की जरूरत है।