
इसके तहत अब 21,000 रुपये वेतन वाले कर्मचारी ईएसआईसी की स्वास्थ्य बीमा योजना के दायरे में होंगे. अभी 15,000 रुपये तक वेतन पाने वालों को इसके दायरे में रखा जाता है. कीमत वृद्धि और वेतन वृद्धि को ध्यान में रखते हुए यह फैसला किया गया.
वेतन सीमा बढ़ने से 50 लाख अतिरिक्त सदस्य ईएसआईसी के दायरे में होंगे. अगर एक परिवार में चार सदस्य मान लिये जायें तो इससे दो करोड़ लोगों को इसके दायरे में आने की संभावना है. फिलहाल ईएसआईसी की योजना में 2.6 करोड़ लोग है. अगर एक परिवार में चार सदस्य मान लिया जाए तो कुल मिलाकर 10 करोड़ लोग इसके अंतर्गत आते हैं.
उल्लेखनीय है कि हाल ही में सरकार ने अकुशल गैर-कृषि कामगारों के लिये न्यूनतम मजदूरी 42 प्रतिशत बढ़ाकर 350 रुपये प्रतिदिन कर दी है. पहले यह मजदूरी 246 रुपये थी. ईएसआईसी ने सरकार द्वारा न्यूनतम वेतन बढ़ाये जाने के मद्देनजर अपने दायरे में आने वालों की वेतन सीमा 40 प्रतिशत बढ़ाने का फैसला किया है.
ईएसआईसी के निदेशक मंडल की मंगलवार को हुई बैठक में मौजूदा उन बीमित व्यक्तियों की सदस्यता बरकरार रखने का विकल्प देने का भी फैसला किया गया जिनकी वेतन सीमा से अधिक हो गया. निर्णय एक अक्तूबर से प्रभाव में आएगा.
दिल्ली में ईएसआईसी निदेशक मंडल की बैठक के बाद श्रम मंत्री बंडारू दत्तात्रेय ने पीटीआई भाषा से कहा, ईएसआईसी ने वेतन सीमा 15,000 रुपये से बढ़ाकर 21,000 रुपये करने का फैसला किया है. श्रम मंत्री ईएसआईसी बोर्ड के चेयरमैन हैं. अब जिन कर्मचारियों का मासिक वेतन 21,000 रुपये है, वे ईएसआईसी के स्वास्थ्य बीमा दायरे में आएंगे.
ईएसआईसी निदेशक मंडल की बैठक में संगठन ने सीमा बढ़ाकर 25,000 रुपये मासिक करने का प्रस्ताव किया था लेकिन अंत में इसे 21,000 रुपये नियत करने का फैसला किया गया. योजना के तहत नियोक्ता को कर्मचारियों के वेतन का 4.75 प्रतिशत ईएसआईसी मद में योगदान देना होता है जबकि कर्मचारियों का योगदान 1.75 प्रतिशत होता है.
मंत्री ने यह भी कहा कि ईपीएफओ अंशधारकों के लिये वेतन सीमा बढ़ाने की भी योजना है और इस पर केंद्रीय न्यासी बोर्ड की अगली बैठक में विचार किया जाएगा. फिलहाल सामाजिक सुरक्षा योजना के दायरे में आने के लिये वेतन सीमा 15,000 रुपये है.
दत्तात्रेय ने टेलीमेडिसीन सेवा के पहले चरण की शुरुआत की. इसके तहत नयी दिल्ली बसईदारापुर स्थित ईएसआईसी मॉडल हास्पिटल तीन ईएसआई डिस्पेंसरी, रूद्रपुर (उत्तराखंड), उन्नाव (उत्तर प्रदेश) तथा कटिहार (बिहार) से जुड़ेगा.