राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी का कार्यकाल 24 जुलाई को खत्म हो रहा है। अभी से इस पद के लिए देश की प्रमुख पार्टियों ने सरगर्मियां तेज कर दी हैं। राष्ट्रपति पद की दौड़ में कई दिग्गज नेता शामिल हैं।पिछले दिनों उच्चतम न्यायालय द्वारा अयोध्या मामले में भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवानी पर आपराधिक साजिश के तहत मुकद्दमा चलाने का आदेश देने के बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का नाम सबसे आगे माना जा रहा है। इससे पहले इस दौड़ में अडवानी का नाम पहले स्थान पर माना जा रहा था। वैसे अडवानी अभी भी इस दौड़ में शामिल हैं। अच्छी छवि और बतौर विदेश मंत्री किए जा रहे कार्यों को देखते हुए सुषमा स्वराज के चुने जाने की संभावना ज्यादा है।
