सीरिया लगातार युद्ध के दलदल में समाता जा रहा है, संयुक्त देश द्वारा शुक्रवार को प्रयत्न विराम का प्रस्ताव पारित होने के बावजूद, सीरिया में धमाकों का दौर जारी है।
एक समाचार चैनल के एडिटर जेरेमी बोवेन का कहना है कि, सीरिया में लगभग सात वर्ष से लड़ाई जारी है व इस दौरान वहां सही मायनों में प्रयत्न विराम शायद ही कभी हुआ है।
बताया जा रहा है कि, विद्रोहियों के ठिकानों पर सीरियाई गवर्नमेंट हवाई हमले कर रही है व इन हमलों में सीरिया ने क्लोरीन जैसे रासायनिक हथियारों का भी प्रयोग किए हैं। वहीं सीरिया के मित्र रूस का कहना हैं कि, पूर्वी ग़ूटा में मौजूद जैश अल इस्लाम प्रयत्न विराम का उल्लंघन कर रहा है।रूस के इस बयान पर जैश अल इस्लाम के प्रवक्ता ने जवाब देते हुए बोला है कि, जब सीरिया ही संघर्षविराम का उल्लंघन कर रहा है तो हम क्यों चुप बैठें।
इससे पहले भी फ़्रांस व जर्मनी ने रूस से बोला था कि, वो सीरिया की गवर्नमेंट पर प्रयत्न विराम का सम्मान करने के लिए दबाव बनाए। संयुक्त देश महासचिव एंटोनियो गुटरेश ने पूर्वी ग़ूटा के देश को धरती पर जहन्नुम’ की तरह बताया है। गौरतलब हैं कि, राजधानी दमिश्क के नज़दीक पूर्वी ग़ूटा में विद्रोहियों के ठिकाने पर सीरियाई बमबारी में पिछले एक सप्ताह के दौरान सैकड़ों लोग मारे गए हैं वलगभग चार लाख लोग प्रयत्न वाले एरिया में फंसे हुए हैं।
एक समाचार चैनल के एडिटर जेरेमी बोवेन का कहना है कि, सीरिया में लगभग सात वर्ष से लड़ाई जारी है व इस दौरान वहां सही मायनों में प्रयत्न विराम शायद ही कभी हुआ है।
बताया जा रहा है कि, विद्रोहियों के ठिकानों पर सीरियाई गवर्नमेंट हवाई हमले कर रही है व इन हमलों में सीरिया ने क्लोरीन जैसे रासायनिक हथियारों का भी प्रयोग किए हैं। वहीं सीरिया के मित्र रूस का कहना हैं कि, पूर्वी ग़ूटा में मौजूद जैश अल इस्लाम प्रयत्न विराम का उल्लंघन कर रहा है।रूस के इस बयान पर जैश अल इस्लाम के प्रवक्ता ने जवाब देते हुए बोला है कि, जब सीरिया ही संघर्षविराम का उल्लंघन कर रहा है तो हम क्यों चुप बैठें।
इससे पहले भी फ़्रांस व जर्मनी ने रूस से बोला था कि, वो सीरिया की गवर्नमेंट पर प्रयत्न विराम का सम्मान करने के लिए दबाव बनाए। संयुक्त देश महासचिव एंटोनियो गुटरेश ने पूर्वी ग़ूटा के देश को धरती पर जहन्नुम’ की तरह बताया है। गौरतलब हैं कि, राजधानी दमिश्क के नज़दीक पूर्वी ग़ूटा में विद्रोहियों के ठिकाने पर सीरियाई बमबारी में पिछले एक सप्ताह के दौरान सैकड़ों लोग मारे गए हैं वलगभग चार लाख लोग प्रयत्न वाले एरिया में फंसे हुए हैं।