छेड़खानी के विरोध में दलित लड़की ने दिखाई चप्पल, दबंगों ने हत्या कर शव लटकाया
Headline News
Loading...

Ads Area

छेड़खानी के विरोध में दलित लड़की ने दिखाई चप्पल, दबंगों ने हत्या कर शव लटकाया

      यूपी के इटावा जिले में एक दलित किशोरी को छेड़खानी का विरोध करने की कीमत अपनी जान देकर चुकानी पड़ी है. किशोरी से छेड़खानी वाले दो युवकों ने घर में घुसकर उसकी हत्या कर दी. दरअसल पिछले दिनों मृतक किशोरी ने अपने साथ हुई छेड़छाड़ के विरोध में दबंग युवकों को चप्पल दिखा कर उन्हें डराने का प्रयास किया था. इसी बात से गुस्साए दबंगों ने उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी. फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर एक आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया है. जबकि दूसरे की तलाश की जा रही है.
     इटावा जनपद के थाना चौबिया के भूटा गांव निवासी सुखदेव जाटव की 17 वर्षीय बेटी आरती जाटव रविवार को घर का सामान लाने बाजार गई थी. घर लौटते वक्त पड़ोस के ही दो दबंग युवक उसके साथ छेड़खानी करने लगे. विरोध में आरती ने उन्हें चप्पल दिखा दी थी. बस इसी बात से चिढ़कर दोनों दबंग शोहदों ने रविवार की रात छात्रा को अकेला देखकर घर में घुस आए और गला दबाकर मौत के घाट उतार दिया. इसके बाद शव को फांसी के फंदे पर लटकाकर फरार हो गए.
     मृतक किशोरी के पिता सुखदेव के मुताबिक, गांव के आरोपी दोनों युवक अक्सर लड़कियों को छेड़ते रहते हैं. रविवार की शाम उनकी बेटी बाजार गई थी. तभी दोनों ने रास्ते में बेटी के साथ छेड़खानी की. जिसका विरोध करते हुए उसने शोहदों को चप्पल दिखा दी. इसके बाद दोनों इसका बदला लेने की धमकी देते हुए वहां से चले गए. बाद में जब घर पर कोई नहीं था और बेटी अकेली थी, तो दोनों घर में घुस आए और बेटी को गला घोंटकर मार दिया. उसके बाद बेटी के शव को फांसी के फंदे पर लटकाकर आत्महत्या दिखने की कोशिश की.
     इस मामले में इटावा के एसएसपी वैभव कृष्ण ने बताया कि थाना चौबिया इलाके से एक मामला सामने आया है. परिजनों ने दो लड़कों पर छेड़खानी का विरोध करने पर हत्या करने का आरोप लगाया है. मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है. इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. जबकि दूसरे की तलाश की जा रही है.
    गौरतलब है कि दोनों आरोपी युवक आए दिन इलाके की राह चलती लड़कियों से छेड़छाड़ की घटना को अंजाम देते रहे हैं. मृतक किशोरी ने इन्हीं शोहदों की छेड़छाड़ से तंग आकर कॉलेज जाना भी बंद कर दिया था.


Post a Comment

0 Comments