नई दिल्ली।। सदी का
सबसे लंबा चंद्रग्रहण--आषाढ़ शुक्लपक्ष पूर्णिमा दिनांक 27 जुलाई 2018 दिन
शुक्रवार रात्रि ग्रहणकाल 11:54 से 3:49 तक रहेगा। 2:54 P.M. सूतक प्रारम्भ
होगा यह चन्द्रग्रहण पूरे भारत मे दिखाई देगा।
गुरूपर्णिमा वाले दिन लगने
वाला यह चंद्रग्रहण जप, तप, दान के लिए के लिए विशेष महत्व होगा। इस दिन
गुरूपर्णिमा का पावन पर्व (गुरु पूजन आदि कर्म करना सूतक लगने से
पहले अनिवार्य होगा यह चंद्रग्रहण सदी का सबसे लंबा चंद्रग्रहण होगा। यह
चंद्रग्रहण लगभग 4 घंटे का होगा। यह चंद्रग्रहण रात्रि 11:55 से 3:49 तक
रहेगा।
इन देशों में दिखाई देगा यह चंद्रग्रहण-
भारत, भूटान, म्यामार, पाकिस्तान, अफगानिस्तान,
चीन, नेपाल, अफ्रीका, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका, रूस, आदि देशों में दिखाई
देगा।
ग्रहणकाल में वर्जित-
गर्भवती महिलाये घर से बाहर न निकले, सिलाई
कार्य न करें, हमारे शास्त्रों के अनुसार भोजनादिक न करें, शौच आदि कर्म
न करें। सुतक़ादिग्रहणकाल के समय मंदिर में पूजा आरती न करें। केवल ग्रहणकाल
में अपने इष्ट की आराधना, जप, तप, भजन, संकीर्तन करना शुभ होगा।
ग्रहण का इन राशियों पर रहेगा प्रभाव-
यह चंद्रग्रहण
मेष, सिंह, वृश्चिक, मीन, राशि वालो के लिए शुभप्रद होगा और
मिथुन, तुला, मकर, कुम्भ, नेष्ट रहेगा। वृष, कर्क, कन्या, धनु, सामान्य होगा।
आचार्य अवधेश शुक्ल
(साहित्याचार्य, पुराणेतिहासाचार्य, एम०
ए० संस्कृत)