
जानकारी अनुसार शहर की चरमराई व्यवस्था से नाराज कुछ लोगो ने एक गधे को गुलाल लगाकर उसके दोनों तरफ जिले की सभापति श्रीमती मंजूबाला पुरोहित के पोस्टर टांग दिए, साथ ही गधे के गले में अपनी शिकयतों से भरी हुई एक तख्ती भी लटका दी, जिस पर लिखा था नगर परिषद् बांसवाड़ा से आमजन परेशान, शहर की सड़के और नालिया टूटी हुई है, और गंदगी से पूरा शहर अटा पड़ा है, और तो और शहर में लावारिस पशुआ का चारो तरफ जमावड़ा और चूका है। मौके पर मौजूद लोगो ने यह सब देख कर ना केवल इस प्रदर्शन का मजाक बनाया बल्कि सभापति के लिए कई तरह की हास्यास्पद बाते भी बनाई। कुछ लोगो ने तो इसका विडिओ बनाकर सोशल मिडिया पर वाइरल भी कर दिया।
नाराज लोगो का कहना है की नगर परिषद् और सभापति को राज्य के मंत्री महोदय धनसिंह सीधे तौर पर हस्क्षेप कर हेंडल कर रहे है। लोगो ने बताया की जिन्हे राज्य मंत्री का दर्जा दिया हुआ और जिन पर राज्य की जिम्मेदारी का भार है ऐसे मंत्री मोहदय सदैव जिले में रहकर एक छोटी सी परिषद् की मंत्रीगिरी करना ज्यादा पसंद कर रहे है। विगत चुनावों में मोदी की लहर में राज्य की जनता ने बीजेपी के अधिकांश प्रत्याक्षियों को आँखे मूंद कर मोदी के नाम पर ठप्पा लगा दिया लेकिन हकीकत में मोदी के नाम पर जीते हुए मंत्री, विधायक, सांसद, प्रदान, सरपंच हो या सभापति व पार्षद सब को नेतागिरी का ऐसा बुखार चढ़ा है की आम जनमानस को अपना गुलाम समझने लगी है। यही नहीं जो इनके कुकर्मों के खिलाफ आवाज़ उठाता है उन्हें अतिक्रमण के नाम पर नगर परिषद् डराने-धमकाने पहुंच जाती है। आए दिन जिस तरह सरकारी नौकरशाहों का आमजनता को ब्लेकमैल करने के लिए उपयोग किया जा रहा है, निःसंदेह वह वसुंधरा और मोदी सरकार के पतन का कारन बनेगा।