
दरअसल, जनवरी में महिला ने ईशागढ़ थाने में शिकायत की थी कि उसके साथ थाने के पुलिसकर्मी प्रकाश पवैया ने रेप किया है. मामला थाने से जुड़ा था, इसलिए पुलिस ने शिकायत को जांच में लेकर महिला को चलता कर दिया महिला का आरोप था कि उसके पति की शिकायत पर पुलिस देवर को थाने ले गई थी. इसी मामले में बयान लेने को लेकर पुलिसकर्मी प्रकाश पवैया घर गया था.
आरोप है कि नौ जनवरी को प्रकाश पवैया ने महिला के साथ रेप किया. महिला के चिल्लाने पर आसपास के लोगों ने प्रकाश पवैया को देखा था. प्रकाश पवैया के खिलाफ गवाह होने के बावजूद थाना पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. महिला के अनुसार उसने एसपी को 7 आवेदन दिए, लेकिन उन्होंने नहीं सुनी. एसपी साहब नया सबूत मांगते हैं, कहते हैं कि उसे घर पर बुलाओ और दोबारा रेप का वीडियो बनाकर मेरे पास लाओ, फिर मैं सुनवाई करूंगा.
महिला के पति का आरोप है कि पुलिसकर्मी प्रकाश पवैया और उसके साथियों ने हर जगह से शिकायत वापस लेने के लिए दबाव बनाया. कई नेताओं ने फोन पर समझौता करने की बात कही. कई लोगों के साथ 100 डायल के ड्राइवर जीतेंद्र धाकड और पारसौल के सरपंच अमरसिंह यादव से फोन पर हुई बातचीत की. रिकॉर्डिंग महिला के पति के पास है.
पुलिस की वजह से महिला और उसके पति ने कई मकान भी बदल दिए थे. इतना ही नहीं जब महिला ने शिकायत वापस नहीं ली, तो ईशागढ़ पुलिस ने छेड़छाड़ की झूठी शिकायत महिला के पति पर दर्ज कर ली. महिला की शिकायत पर एसपी ने कार्रवाई नहीं की, तो वो परिवार के साथ प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पहुंची. कांग्रेस ने मामले में न्याय दिलाने का आश्वासन पीड़ित महिला को दिया है.
जब जिला पुलिस के अफसरों ने महिला की शिकायत पर कार्रवाई नहीं की, तो बीते कुछ दिनों से महिला अपने परिवार के साथ राजधानी में न्याय के लिए डेरा डाले हुए है. महिला ने सीएम हाउस में भी शिकायत की और कांग्रेस कार्यालय भी जाकर न्याय की गुहार लगाई.