
कोलकाता के माजेरहाट में एक पुल का हिस्सा गिर गया है. इसके चलते पांच लोगों के मरने और कई लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है. मलबे के नीचे कई कारों के भी दबे होने की बात सामने आ रही है. स्थानीय लोगों ने बताया कि राहत व बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि पांच लोगों की मलबे में दबने से मौत हो गई हालांकि अभी आधिकारिक पुष्टि का इंतजार है.
आठ घायलों को नजदीकी एसएसकेएम मेडिकल कॉलेज और अस्पताल ले जाया गया है. हादसे के बाद कई कारें, मोटर साइकिल और एक मिनी बस पुल के मलबे के ऊपर नजर आईं. घटना के बाद यातायात को रोक दिया गया है. पुल गिरने के चलते सियालदाह को जोड़ने वाली रेलवे लाइन पर ट्रेनों को रोक दिया गया है.
हादसे पर पश्चिम
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि राहत और बचाव कार्य शुरू कर
दिया गया है. उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं. खामी जांच के बाद
सामने आएगी. अभी पूरा ध्यान राहत व बचाव पर है.
इस संभावना से भी
इनकार नहीं किया जा रहा है कि लगातार बारिश के कारण पुल कमजोर हो गया था और
इसी कारण ये हादसा हुआ. फिलहाल पुलिस और दमकल कर्मचारी बचाव के काम में
लगे हैं. यह पुल बेहला को कोलकाता के अन्य इलाकों से जोड़ता है. पुल
माजेरहाट रेलवे स्टेशन के ऊपर से गुजरता है. माजेरहाट दक्षिण कोलकाता का
भीड़भाड़ वाला इलाका है.
हालांकि दुर्घटना ऑफिस टाइम खत्म होने से कुछ समय पहले हुई. फिर भी बहुत से लोगों के दबे होने का अंदेशा जताया जा रहा है. इस पुल का इस्तेमाल बहुत ज्यादा होता है, लेकिन अगर ये हादसा ऑफिस टाइम खत्म होने के समय हुआ होता तो नुकसान कई गुना और बढ़ सकता था. बता दें कि कोलकाता में 2016 में भी एक पुल हादसा हुआ था. उस समय विवेकानंद रोड फ्लाईओवर गिरने से 26 लोग मारे गए थे.

हालांकि दुर्घटना ऑफिस टाइम खत्म होने से कुछ समय पहले हुई. फिर भी बहुत से लोगों के दबे होने का अंदेशा जताया जा रहा है. इस पुल का इस्तेमाल बहुत ज्यादा होता है, लेकिन अगर ये हादसा ऑफिस टाइम खत्म होने के समय हुआ होता तो नुकसान कई गुना और बढ़ सकता था. बता दें कि कोलकाता में 2016 में भी एक पुल हादसा हुआ था. उस समय विवेकानंद रोड फ्लाईओवर गिरने से 26 लोग मारे गए थे.