
आज उस लड़की को ट्रक ने टक्कर मार दी, रायबरेली में। उसके साथ चल रही चाची व उसके वकील महेंद्र सिंह की मौके पर ही मौत हो गयी। रायबरेली जिले के एनएच 32 पर गुरबख्श गंज थाना इलाके के अटोरा गांव के पास यह हादसा हुआ। लडक़ी का परिवार रायबरेली जेल में निरुद्ध अपने चाचा से मिलने जा रहा था।

फिल्मों की कहानियां असल में उ. प्र. की असली घटना होती है। सारे प्रदेश का पुलिस महकमा कावड़ियों की सेवा में लगा है। अर्ध सैनिक बल के लोग एक एक बाईक पर तीन तीन लदे बगैर हेलमेट वालों, नशेडचियों की सेवा कर रहे हैं। शामली का एसपी उनके पैर दबा रहा है और उसके फोटो चीफ मिनिस्टर को टैग कर रहा है।
धर्म, आस्था अलग है और साम्प्रदायिकता अलग। अधिकांश कावड़िये साम्प्रदायिक हो चुके हैं औऱ उप्र पुलिस उनके साथ।
चंदौली में 19 साल के लड़के पर बेवजह पेट्रोल डाल कर आग लगा दी। रायबरेली में ट्रक इतने गंभीर मामले की मुख्य मुद्दई औऱ उसके वकील को लपेट लेता है लेकिन पुलिस कांवड़ सेवा कर रही है। शायद पुलिस वालों का अपनी ड्यटी के समय किसी भी धार्मिक गतिविधि का हिस्सा बनना पुलिस अधिनियम के विपरीत भी है।