जब पुलिस वाले ने ही लूट ली छात्रा की अस्मत
Headline News
Loading...

Ads Area

जब पुलिस वाले ने ही लूट ली छात्रा की अस्मत

Image result for kanpur me sipahi ne hi ek chatra kaa rep kiyaसिपाही की बेहद घिनौनी हरकत, दरवाजा खोलने आई मकान मालिक की बेटी के हाथ-पैर बांधे, किया दुष्कर्म
    लखनऊ।। कानपुर जिले में इस समय बालिका सुरक्षा को लेकर अभियान कवच चलाया जा रहा है। इसमें छात्राओं को सुरक्षित रहने की जानकारी दी जा रही है। किसी भी दिक्कत पर पुलिस को फोन करें। सिपाही के छात्रा से दुष्कर्म के बाद अभियान की पोल खुल गई है। रक्षक ही भक्षक बन गया। आरोप है कि सिपाही छात्रा को स्कूल जाते समय अक्सर छेड़ता था। डर से उसने घर में कुछ नहीं बताया था।
    कानपुर देहात के डेरापुर में कांधी चौकी में तैनात एक सिपाही ने कक्षा 9 की छात्रा के साथ दुष्कर्म किया। छात्रा की मां की तहरीर पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है। फरार सिपाही की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने कई स्थानों पर दबिश दी है।
    छात्रा की मां ने पुलिस को बताया कि मंगलवार रात रात घर में सभी लोग सो रहे थे। तभी घर में किराये पर रह रहा सिपाही नीरज आया और दरवाजा खटखटाया। 
    बेटी के दरवाजा खोलने पर आरोपी ने उसका मुंह दबा लिया और जबरन अपने कमरे में ले गया। इसके बाद हाथ और पैर बांधकर उसके साथ बलात्कार किया। बाद में बेहोशी हालत में घर के बाहर छोड़ गया। बुधवार सुबह वह शौच के लिए उठी तो देखा कि बेटी घर के बाहर बेहोश पड़ी है। उसके शरीर पर एक कपड़ा पड़ा था।
    मां ने बताया कि बेटी को घर के अंदर लाकर पानी डालकर होश में लाया गया। छात्रा ने घटना की जानकारी परिजनों को दी। सिपाही मौके से फरार हो गया। पीड़ित की मां और अन्य परिजनों ने थाने पहुंच कर शिकायत की। पहले पुलिस टाल-मटोल करती रही। बाद में मामले के तूल पकड़ने पर पुलिस ने सिपाही के खिलाफ दुष्कर्म और पाक्सो की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर ली।
   छात्रा का मेडिकल परीक्षण कराया गया है। थानाध्यक्ष नीरज यादव का कहना है कि आरोपी सिपाही की तलाश की जा रही है।
आरोपी को बचाने में जुटी रही पुलिस
    आरोपी सिपाही को बचाने में थाना पुलिस पूरे प्रयास में जुटी रही है। छात्रा औ आरोपी के सजातीय होने की बात कह पुलिस परिजनों पर शादी का दबाव बनाती रही। परिजनों के अड़ जाने पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की। रिपोर्ट में पुलिस ने आरोपी सिपाही के पिता का जिक्र तक नहीं किया है। यही नहीं एफआईआर में आरोपी के सिपाही होने का भी जिक्र नहीं है।

Post a Comment

0 Comments