![A viral WhatsApp message claims that tea served to COVID-19 which ...](https://gumlet.assettype.com/Prabhatkhabar%2F2020-03%2F37007185-8236-4761-ad0a-23e814681e6a%2Ftea_and_corona_virus.jpg?auto=format&q=35&w=1200&h=750)
मानव शरीर पर वायरस रासायनिक "मिथाइलक्सैन्थिन", "थियोब्रोमाइ और थियोफिलाइन" ऐसे यौगिकों को उत्तेजित करते हैं, जो एक औसत प्रतिरक्षा प्रणाली वाले मानव में इन वायरस को दूर कर सकते हैं और अधिक चौंकाने वाली बात यह है कि ये जटिल शब्द जो चीन में लोगों के लिए समझना बहुत मुश्किल था, वास्तव में इसे भारत में चाय (Tea) कहा जाता है, हमारे मौजूद रहने वाली चाय में ये सभी रसायन पहले से ही हैं।
चाय (Tea) में मुख्य मिथाइलक्सैन्थिन उत्तेजक कैफीन है। चाय में पाए जाने वाले अन्य "मिथाइलक्सैन्थिन" दो रासायनिक रूप से समान यौगिक होते हैं, "थियोब्रोमाइन और थियोफिलाइन" चाय का पौधा इन रसायनों को कीड़े और अन्य जानवरों को दूर भगाने के लिए बनाता है। कौन जानता था कि इन वायरस का सभी समाधान "चाय (Tea) का एक साधारण कप होगा शायद यही कारण है कि चीन में इतने सारे रोगियों को ठीक किया जा रहा है।
जानकारों का कहना है की चीन में अस्पताल के कर्मचारियों ने दिन में 5 बार मरीजों को चाय परोसना शुरू कर दिया है, और इसका असर यह हुआ कि "वुहान" "इस महामारी के केंद्र" पर पड़ा है, संक्रमण बंद हो गया है और "COVID-19" का अंत हो गया।