क्या है पूरा मामला?
सुकरौली क्षेत्र के पैकौली लाला निवासी त्रिलोक प्रसाद के पुत्र अरविन्द साहनी की पत्नी है। उसका पति सऊदी अरब में रह कर कमाता है। जिससे वह घर पर अपनी सास,डेढ़ वर्षीय पुत्र के साथ रहकर उनकी सेवा करती रहती है। लगभग दो वर्ष पूर्व एक दिन जब उसका पुत्र घर के बरामदे में खेल रहा था, उसी वक्त ग्राम प्रधान फातिमा का झोला छाप डॉक्टर पुत्र बख्तर उसके बच्चे को खिलाने के बहाने अपने घर ले जाकर उसका खतना कर दिया। कुछ देर बाद घर आये पुत्र ने जब दर्द से रोना शुरू किया तो उसकी नेकर निकल कर देखने पर उसके प्राइवेट पार्ट पर हल्दी लगी देख उसने इस बात की जब पूछताछ की तो जवाब सुनकर उसके होश ही उड़ गए। इसकी शिकायत करने पर सम्बंधित बख्तर ने इलाज कराने की बात कर मामला शांत करना चाहा। इसी के तहत बच्चे का इलाज़ करने के लिए आरोपी उसको और बच्चे को अपनी बोलेरो से कुशीनगर ले जाने के लिए बैठाया और रस्ते में पानी पिलाने के बहाने कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया। जिससे वह अपनी चेतना खो बैठी। इसके बाद आरोपियों ने उसका एमएमएस बना लिया और लगभग दो घण्टे बाद नशे की हालत में उसके घर छोड़ कर चले गए।
बाद में जब फिर से उसने मामले को पुलिस में ले जाना चाहा तो आरोपियों ने उसे सम्बंधित एम एम एस दिखाकर मुह बन्द रखने की धमकी दिया और यही से शुरू हो गया उसका शारीरिक शोषण।बख्तर और उसके चचेरे भाई ने वीडियो की बदौलत आये दिन उसके साथ बलात्कार करते रहे। इसी बीच जब किसी तरह से उसने छुटकारा पाया तो किसी तरह कुशीनगर के पुलिस अधीक्षक से जाकर अपना दुखड़ा सुनाया तो उन्होंने कहा जाइये मैंने हाटा कोतवाली में फोन कर दिया है, रिपोर्ट दर्ज हो जायेगी। किन्तु जब वह थाना पर पहुँची तो पुलिसकर्मियों ने उसे दुत्कार कर भगा दिया। इसके बाद से ही वह लगातार न्याय की आश में भटकने को मजबूर हो गयी। इसी क्रम में उसने जब 11 जून को न्याय की फरियाद के लिए गोरखपुर डी आई जी के यहाँ आना चाहा तो आरोपियों ने उसे सुकरौली के पास टैम्पो से खिंच कर छेड़छाड़ करते हुए निर्वस्त्र करना चाहा,जिसका विरोध करने पर मारा पीटा। और हत्या करने के इरादे से ट्रक के आगे धकेल दिया,किन्तु मौजूद भीड़ ने किसी तरह बचा लिया। आज इसी प्रकरण में उसने गोरखपुर आकर डी आई जी व आई जी के दरबार में न्याय की गुहार लगाई है।