
ऐंड्रॉयड फोन इस्तेमाल करने वालों के लिए बुरी खबर है। गूगल ने चेतावनी जारी की है मालवेयर ऐप्स की एक फैमिली जिसे 'गॉडलेस' नाम दिया गया है, लगभग 90 प्रतिशत ऐंड्रॉयड फोन्स में दाखिल हो चुका है। ये मालवेयर आपके फोन में इस्तेमाल किए जा रहे लगभग सभी ऐप्स को अपनी चपेट में ले सकता है।
क्या है मामला :
ऐंड्रॉयड फोन्स को नुकसान पहुंचाने वाला मालवेयर 'गॉडलेस' धीरे-धीरे सभी फोन्स में दाखिल होता जा रहा है और भारत के लगभग 90 प्रतिशत फोन्स इसकी जद में है। ये क्लोन ऐप्स के रूप में गूगल प्ले स्टोर पर भी मौजूद हैं और इन्हें पहचानना लगभग नामुमकिन है। गूगल प्ले स्टोर के एक अनुमान के मुताबिक इन ऐप्स को अभी तक 8 लाख 50 हजार डिवाइसेज में डाउनलोड किया जा चुका है। इन डिवाइसेज में ज्यादातर थाइलैंड, इंडोनेशिया और भारत में हैं। अमेरिका में भी इसके करीब 17,000 डाउनलोड्स हुए हैं।
क्या है नुकसान :
ये मालवेयर काफी खतरनाक साबित हो सकता है. पहली बात तो ये कि इसे पहचानना बिलकुल नामुमकिन जैसा है। डाउनलोड होने के बाद ये और भी ज्यादा स्ट्रॉन्ग हो जाता है और यूजर की नज़र से बचकर बाकि मालवेयर भी डाउनलोड करने लगता है। ये ऐप्स सबसे पहले स्मार्टफोन का रूट ऐक्सेस हासिल कर लेते हैं, जिसके बाद इन्हें कुछ भी करने की आजादी मिल जाती है। जब ये फोन में पूरी तरह स्टेबल हो जाता है तो कोई भी हैकर इसकी मदद से आपके फोन का पर्सनल डाटा हासिल कर सकता है।
कैसे बचे इससे :
फिलहाल जिनके स्मार्टफोन में ऐंड्रॉयड मार्शमैलो (6.0) नहीं हैं, वो इसकी चपेट में आ सकते है। गौरतलब है कि अभी कुल ऐंड्रॉयड स्मार्टफोन्स में से सिर्फ 10 फीसदी में ही लेटेस्ट ऐंड्रॉयड OS मार्शमैलो है। फिलहाल ये कौन से ऐप्स हैं और इनसे कैसे निपटा जाए गूगल प्ले स्टोर भी इसपर काम ही कर रहा है।
यूजर्स को बेवकूफ बनाने के लिए इन ऐप्स ने हैक किए हुए डिवाइसेज की मदद से आर्टिफिशली अपनी रैंकिंग बढ़ा दी है, ताकि और ज्यादा यूजर्स अच्छी रैकिंग देखकर इन्हें डाउनलोड करें। इसलिए किसी भी अनजान ऐप को डाउनलोड करने से पहले पूरी जानकारी जुटा लें। गूगल जल्दी ही ऐसे ऐप्स की एक लिस्ट भी जारी करने वाला है।
