
रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक इस बार सुरक्षाबलों को 64 आतंकियों का खात्मा करने में सफलता मिली है। दिलचस्प बात है कि घाटी में आतंकियों की कुल संख्या का बड़ा हिस्सा स्थानीय है। गृह मंत्रालय की यह रिपोर्ट हाल ही में जम्मू कश्मीर की स्थिति का जायजा लेने के बाद तैयार की है। पंपोर में हुए आतंकी हमले के बाद राज्य की स्थिति का जायजा लिया गया था।
इस हमले के बाद यह भी तय हुआ था कि यहां पर सुरक्षा बढ़ाई जाएगी और साथ ही घाटी के कई इलाकों में सीआरपीफ की जगह बीएसएफ को तैनात किया जाएगा। मंत्रालय के अधिकारियों ने जा जानकरी इस रिपोर्ट में दी है वह कुछ इस तरह से है।
रिपोर्ट की खास बातें : वर्ष 2016 के अब तक के आंकड़ों के मुताबिक 56 आतंकी घुसपैठ के जरिए दाखिल हुए। जहां एक आतंकी को पकड़ा गया तो वहीं पांच को सुरक्षाबलों ने मार गिराया। 14 आतंकी पाकिस्तान भागने में कामयाब हुए तो 36 राज्य में दाखिल हुए।179 में आतंकियों में जहां 36 पाक के हैं तो 143 आतंकी लोकल हैं। घाटी में जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकी सक्रिय हैं। हिजुबल राज्य में सबसे सक्रिय आतंकी संगठन है। इस आतंकी संगठन में ज्यादातर युवा हैं और वे सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हैं।हिजबुल और लश्कर दोनों ने सुरक्षाबलों को निशाना बनाने का आदेश दिया है।