इससे कुछ ही देर पहले प्रधानमंत्री मोदी ने सेंटर फॉर इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजिकल डेवलपमेंट (सीआईडीटी) को भारत की तरफ से दान के तौर पर चार बसें सौंपी। विकास ने ट्वीट किया, ‘नवोन्मेष के नए इंजन। पीएम नरेंद्र मोदी ने सीआईटीडी को चार बसें दान की।’ प्रधानमंत्री ने सीआईडीटी के परिसर का जायजा लिया और वहां आईटीईसी एवं अन्य कार्यक्रमों के तहत भारत में पढ़ाई कर चुके छात्रों से मुखातिब हुए। बाद में मोदी ने भारतीय समुदाय को संबोधित किया और अफ्रीका की तारीफ करते हुए इसे एक ऐसी जगह करार दिया जिसने पूरी दुनिया में भारतीय समुदाय की पहचान को आकार देने में मदद की। मोजाम्बिक की अपनी एक दिन की यात्रा संपन्न करने से पहले इस संक्षिप्त संबोधन में मोदी ने कहा, ‘अफ्रीका एक ऐसी सरजमीं है जहां से भारतीयों को एक अंतरराष्ट्रीय पहचान मिली। अफ्रीका एक ऐसी सरजमीं है जिसने दुनिया में भारतीयों की पहचान को आकार दिया।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि यहां मौजूद लोगों में कुछ ऐसे भी होंगे जो चौथी पीढ़ी के भारतीय होंगे। उन्होंने कहा कि इन लोगों ने स्थानीय समाज से घुलने मिलने के बावजूद भारत की संस्कृति और पहचान का संरक्षण किया है। उन्होंने कहा कि यहां मौजूद कई भारतीय कच्छ से होंगे, जो मोदी के गृह राज्य गुजरात में है।
भारत ने मोजाम्बिक को सौंपे 30 एसयूवी, 45 लाख डॉलर की अनुदान सहायता
12:31 PM
इससे कुछ ही देर पहले प्रधानमंत्री मोदी ने सेंटर फॉर इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजिकल डेवलपमेंट (सीआईडीटी) को भारत की तरफ से दान के तौर पर चार बसें सौंपी। विकास ने ट्वीट किया, ‘नवोन्मेष के नए इंजन। पीएम नरेंद्र मोदी ने सीआईटीडी को चार बसें दान की।’ प्रधानमंत्री ने सीआईडीटी के परिसर का जायजा लिया और वहां आईटीईसी एवं अन्य कार्यक्रमों के तहत भारत में पढ़ाई कर चुके छात्रों से मुखातिब हुए। बाद में मोदी ने भारतीय समुदाय को संबोधित किया और अफ्रीका की तारीफ करते हुए इसे एक ऐसी जगह करार दिया जिसने पूरी दुनिया में भारतीय समुदाय की पहचान को आकार देने में मदद की। मोजाम्बिक की अपनी एक दिन की यात्रा संपन्न करने से पहले इस संक्षिप्त संबोधन में मोदी ने कहा, ‘अफ्रीका एक ऐसी सरजमीं है जहां से भारतीयों को एक अंतरराष्ट्रीय पहचान मिली। अफ्रीका एक ऐसी सरजमीं है जिसने दुनिया में भारतीयों की पहचान को आकार दिया।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि यहां मौजूद लोगों में कुछ ऐसे भी होंगे जो चौथी पीढ़ी के भारतीय होंगे। उन्होंने कहा कि इन लोगों ने स्थानीय समाज से घुलने मिलने के बावजूद भारत की संस्कृति और पहचान का संरक्षण किया है। उन्होंने कहा कि यहां मौजूद कई भारतीय कच्छ से होंगे, जो मोदी के गृह राज्य गुजरात में है।