नेशनल इलेक्शन वॉच (एनईडब्ल्यू) और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (एडीआर) ने सभी मंत्रियों की ओर से दिए गए हलफनामों के आधार पर मंत्रियों की संपत्ति का ब्यौरा जारी किया है। नए मंत्रियों में सबसे ज़्यादा दौलत 44.90 करोड़ रुपए एमजे अकबर के पास हैं। पीपी चौधरी के पास 35.25 करोड़ और विजय गोयल के पास 29.97 करोड़ की संपत्ति है।
समूचे मोदी मंत्रिमंडल में नौ मंत्री ऐसे हैं, जिनकी संपत्ति 30 करोड़ से ज़्यादा है। इनमें अरुण जेटली, हरसिमरत कौर बादल, जयंत सिन्हा, मेनका गांधी और महेश शर्मा जैसे मंत्री शामिल हैं। हलफ़नामों के मुताबिक अनिल माधव दवे (60.97 लाख) के पास सबसे कम संपत्ति है।
जहां तक बात शिक्षा की है तो 14 मंत्रियों की शिक्षा बारहवीं पास या उससे कम है। स्नातक और उससे अधिक शिक्षा प्राप्त मंत्रियों की संख्या 63 है। नए मंत्रियों में सात ने अपने ख़िलाफ़ आपराधिक मामले घोषित किए हैं, जिनमें तीन के विरुद्ध हत्या का प्रयास, सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ने और चुनाव हिंसा से जुड़े गंभीर मामले दर्ज हैं। मंत्रियों में से 24 के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं।