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कांग्रेस बोली, राहुल गांधी सदन में सो नहीं रहे थे बल्कि अपना मोबाइल देख रहे थे

    लोकसभा में राहुल गांधी की 'झपकी' वाली तस्वीर के सामने आने के बाद कांग्रेस ने पार्टी उपाध्यक्ष का बचाव करते हुए कहा कि वह अपना मोबाइल देख रहे थे.
     लोकसभा में बुधवार को जब सदस्य गुजरात में दलितों पर हमले के मुद्दे पर अपनी बात रख रहे थे तब राहुल गांधी झपकी लेते प्रतीत हुए. इसे लेकर भाजपा और बसपा ने कांग्रेस उपाध्यक्ष पर जमकर निशाना साधा.
     इस पर कांग्रेस ने इन खबरों को गलत बताते हुए पिछले वर्ष नवंबर की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की एक तस्वीर को भी पेश किया और दावा किया कि इसमें लग रहा है कि वह भी सदन में सो रहे थे.
    कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने राहुल का बचाव करते हुए कहा कि यह गलत कहानी गढ़कर मामले को हलका करने का प्रयास है. उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से गलत है और वह मोबाइल देख रहे थे जो कोई अपराध नहीं है.
     मालूम हो कि लोकसभा टीवी के प्रसारण में राहुल गांधी की आंखें बंद दिखीं और ऐसा प्रतीत हो रहा था कि जब गुजरात में दलितों पर हमले के मुद्दे पर गृह मंत्री राजनाथ सिंह जवाब दे रहे थे तब राहुल गांधी झपकी लेते प्रतीत हुए.
     भाजपा ने राहुल पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष की रूचि दलित पीड़ितों पर केवल राजनीति करने की है और उनके न्याय से कोई लेनादेना नहीं है. केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत ने कहा, ‘‘इससे स्पष्ट होता है कि उनका दिल दलितों पीड़ितों को न्याय प्रदान करने में रूचि नहीं रखता और वह केवल राजनीति करना चाहते हैं. अगर उन्हें दलितों को न्याय दिलाने में वास्तव में रचि होती तो वह सो नहीं रहे होते.’’
      इस पर निशाना साधते हुए बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि यह प्रदर्शित करता है कि राहुल दलितों के प्रति कितने गंभीर हैं. उन्होंने कहा कि प्रचार किया जा रहा है कि कांग्रेस उपाध्यक्ष गुजरात में घटनास्थल पर जायेंगे लेकिन सदन में इस मुद्दे पर चर्चा के दौरान वे सो रहे थे.