
ढाका हमले में मारे गए 6 आतंकियों में दो आतंकी निब्रास इस्लाम और रोहन इम्तियाज जाकिर नाइक से इन्सपायर थे। वो उसकी स्पीच सुनते थे। इम्तियाज ने पिछले साल जाकिर की स्पीच को फेसबुक पर शेयर भी किया था।
हमले के दो दिन बाद ही ये खबरें मीडिया में आने लगी थीं कि ये जाकिर नाइक से इन्सपायर थे। इसके बाद ही इंटेलिजेंस एजेंसीस ने नाइक की स्पीच के कंटेंट को खंगालना शुरू कर दिया है।
एनआईए के एक सीनियर अफसर ने बताया- "हमें उनकी स्पीच को स्कैन करना होगा और यह पता लगाना होगा कि क्या वाकई उसने आतंकवाद के फेवर में कुछ कहा है। या जिहाद के जरिए खलीफा बनाने की बात कही है। या इस्लामिक स्टेट जैसे किसी भी टेररिस्ट ऑर्गनाईजेशन का कभी समर्थन किया है।"
कोई कार्रवाई तभी की जा सकेगी जब पुख्ता सबूत मिलेंगे। क्योंकि इन्हीं के बेस पर कोर्ट में हम केस को मजबूत कर पाएंगे। अब यह पता लगाया जा रहा है कि क्या वाकई उनके खिलाफ एक्शन लिया जा सकता है या नहीं। जाकिर से सऊदी अरब से लौटने के बाद ही पूछताछ की जा सकेगी।
बुधवार को गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने कहा- " हम लोगों पर बैन नहीं लगाते।" सरकार मामले पर नजर रखे हुए है। अभी कार्रवाई पर कोई फैसला नहीं लिया है। एनआईए ने जांच शुरू कर दी है। उनकी स्पीच चिंताजनक है।