
इस मामले की तत्काल जांच का आदेश दिया गया है.
मुख्यमंत्री के तौर पर महबूबा पहली बार ध्वजारोहण कर रही थीं. जब उन्होंने ध्वज स्तंभ में ऊपर लगी रस्सी खींची तो ध्वज ही नीचे गिर गया.
इस शर्मिंदगी वाली स्थिति के बीच दो सुरक्षाकर्मियों ने महबूबा के सलामी देने तक अपने हाथों में ध्वज पकड़े रखा. जब महबूबा पुलिस और अर्धसैनिक बलों की टुकड़ियों के निरीक्षण के लिए मंच पर गईं तो सुरक्षा विभाग के लोगों ने झंडे को ध्वज स्तंभ के ऊपर लगाया.
बाद में पुलिस महानिदेशक के. राजेंद्र कुमार ने कहा कि उन्होंने इस मामले की जांच का आदेश दिया है. कुमार ने कहा, ‘‘इस घटना की जांच का तत्काल आदेश दिया गया है ताकि जिम्मेदारी तय की जा सके.’’ उन्होंने कहा कि यह किसी व्यक्ति की तरफ से लापरवाही हुई है और उसे जवाब देने की जरूरत है. बक्शी स्टेडियम में स्वतंत्रता दिवस का प्रमुख समारोह आयोजित किया गया था.