
कोटा/राजस्थान।। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर देशभर में निकाली जा रही तिरंगा यात्राओं में से एक यात्रा को यहां कोटा के हाथीखेड़ा गांव में रोक दिया गया। सूत्रों ने बताया कि यहां के कुछ मुस्लिमों ने तिरंगा यात्रा को रोक कर देश के खिलाफ नारेबाजी की।
कोटा के हाथी खेड़ा गांव से जब स्वतंत्रता दिवस पर यह यात्रा निकल रही थी, उसी दौरान मुस्लिम समुदाय के कुछ लोग यहां पहुंचे और यात्रा पर आपत्ति जताने लगे।
उन्होंने यात्रा को आगे बढ़ने में व्यवधान डाला। घटना के बाद बवाल हो गया। वहीं मौजूद कुछ लोगों ने यात्रा रोकने का विरोध किया। मामले की सूचना तुरंत पुलिस को सूचना दी गई जिसके बाद मौके पर कोटा एसपी भी पहुंचे। एसपी के निर्देश पर यहां भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। एसपी इसे छोटा-मोटा मामला बता रहे हैं, लेकिन जिस तरह से वहां फोर्स तैनात की गई है, उससे स्पष्ट है कि खासा बवाल हुआ है।
वहीं, देश की आजादी की तिरंगा यात्रा को रोकने वालों के खिलाफ अब गांव और यात्रा में शामिल लोग विरोध में उतर आए हैं। इन लोगों का कहना है कि तिरंगा यात्रा को रोकने वाले देश द्रोहियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो और उन्हें तुरंत गिरफ्तार किया जाए। उन्होंने आरोप लगाया है जो देश के खिलाफ नारे लगाए और देशभक्ति के खिलाफ खड़ा हो, उसे इस देश में रहने का कोई अधिकार नहीं।
कोटा सांसद ओम बिड़ला का कहना है कि देश के हर व्यक्ति का जश्न है। यात्रा रोकने वाला देशभक्त नहीं हो सकता। देश की आजादी की यात्रा है। सभी जाति-धर्म के लोग इस आजादी में शहीद हुए हैं। देश में हमारे यहां जाति-धर्म के आधार पर यात्राएं नहीं निकाली जाती। तिरंगा यात्रा को रोकना बिल्कुल गलत है। कांग्रेस उपाध्यक्ष डॉ. अर्चना शर्मा ने भी यात्रा में व्यवधान डालने की घटना को निंदनीय बताया।
