पीएम ने राज्यों सरकारों से कहा, 'ऐसे जो स्वयंसेवी निकलें हैं, अपने आपको जो बहुत बड़ा गौरक्षक मानते हैं उनका डोजियर तैयार करो, इनमे 70-80 प्रतिशत ऐसे निकलेंगे जो ऐसे गौरखधंधे करते हैं जिन्हें समाज स्वीकार नहीं करता है | लेकिन अपनी बुराईयों से बचने के लिये गौरक्षा का चौला पहन कर निकलते हैं |''
पीएम ने आगे कहा कि अगर वो सचमुच में गौ सेवक हैं तो मैं उनसे आग्रह करता हूँ कि एक काम कीजिये, सबसे ज्यादा गायें कत्ल के कारण नहीं मरती बल्कि प्लास्टिक खाने से मरती हैं | उन्होंने आगे कहा जो कूड़े कचरे में प्लास्टिक आ जाती है उसके कारण गाय मर जाती है |
पीएम ने बताया कि जब मैं गुजरात में था तो पशुओं के हैल्थ कैम्प लगाता था | जिसमे बीमार गायों के ऑपरेशन किये जाते थे | (दुनिया के एक मात्र नेता है मोदी जिसने गायों के ऑपरेशन भी करवाएं, इसलिए अपने आप को मोदी से बड़ा गौभक्त ना समझे) .. उन्होंने बताया एक कार्यक्रम में गाय के पेट में करीबन दो बाल्टी प्लास्टिक निकला | उन्होंने कहा, 'ये जो समाजसेवा करना चाहते हैं वो गाय को प्लास्टिक खाना बंद करवा दें और लोगो से प्लास्टिक फैंकना बंद करवा दें तो भी बहुत बड़ी गौसेवा होगी |
उन्होंने कहा स्वयंसेवी संगठन, स्वयंसेवा औरो को प्रताड़ित, दबाने के लिए नहीं होती | इसके लिए एक समर्पण, करुणा, त्याग, बलिदान चाहिए तब जाकर सेवा होती है |
पीएम ने कहा, 'कभी हमने अख़बार बाटंने वाले को नहीं पूछा होगा कि भई क्या करते हो, बच्चे कितने हैं | दूध वाले से नहीं पूछा होगा, पोस्टमैन से कभी नहीं पूछा होगा | उन्होंने आगे कहा कि कभी तो अपने आसपास सामान्य जीवन जीने वाले लोगो से कि भई क्या हाल है तेरा, तेरे बच्चे की पढ़ाई क्या है, आप देखिये कि सेवा करने के लिए प्रधानमंत्री के भाषण की जरूरत नहीं पड़ेगी बल्कि आपके बगल में खड़े हुए इन्सान का जबाब ही आपको कुछ करने की प्रेरणा दे देगा और अगर ये आपने कर लिया तो मुझे विश्वास है आप देश की भलाई के लिए बहुत कुछ कर सकते हैं |