ओलिंपिक पदक नहीं जीतने वाले खिलाड़ी कोयला खदान में काम करेंगे




   प्योंगयांग।। भारत में जहां दो ओलिंपिक पदक जीतने की अपार खुशी है, वहीं तानाशाह किम जोंग उन के शासन वाले उत्तर कोरिया में हालात बिल्कुल जुदा हैं।

   वहां उन खिलाड़ियों को सजा देने की तैयारी की जा रही हैं, जो ओलिंपिक में हिस्सा लेने ब्राजील के रियो डी जेनेरियो शहर तो गए, लेकिन पदक जीतकर नहीं लाए।

    खबर है कि किन जोंग उन ऐसे खिलाड़ियों से कोयले की खदान में काम करवाना चाहते हैं। खबरों के मुतापिक, किन जोंग उन ने अपने खिलाड़ियों को 5 गोल्ड सहित 17 पदकों का लक्ष्य दिया था और इससे कम पदक आने पर गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी थी।
     तानाशाह की चेतावनी के बाद भी उत्तर कोरिया की 2 गोल्ड, 3 रजत और 2 कांस्य पदक सहित केवल 7 ही पदक जीत सकी। ओलिंपिक में गए एथलीटों को अब इस बात का डर है कि उनकी जिंदगी कहीं अब नर्क ना बन जाए।
     डेली स्टार के मुताबिक, जिन खिलाड़ियों ने पदक जीता है उन्हें अच्छे घर दिए जाएंगे और बेहतर राशन, कार तथा अन्य गिफ्ट भी दिए जाएंगे। लेकिन जो पदक नहीं ला सके हैं उनसे किम जोंग बहुत गुस्सा है।
ये हो सकती है सजा
    पदक नहीं जीतने वाले खिलाड़ियों को बेकार पड़े घरों में शिफ्ट किया जा सकता है। उनके राशन में कटौती करने करने के साथ-साथ उन्हें काम करने के लिए दंड के तौर पर कोयले की खदानों में भेजा जा सकता है।
    राशन कार्ड छीनने से उनके भूखे मरने की भी नौबत आ सकती है क्योंकि उत्तर कोरिया में राशन सिर्फ सरकारी दुकानों पर मिलता है।
   किम जोंग इसलिए भी ज्यादा गुस्से है क्योंकि उसके दुश्मन देश दक्षिण कोरिया ने ओलिंपिक में 21 पदक हासिल किए हैं। इससे पहले जोंग ने 2010 में फुटबॉल वर्ल्ड कप में पुर्तगाल की टीम से हारने पर उत्तर कोरिया के खिलाड़ियों से कोयले की खदान में मजदूरी करवाई और फिर ठंड में तड़पने के लिए छोड़ दिया था।



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