इस पोस्ट को शेयर जरूर करें इंसानियत का फर्ज निभाने में और आरोपियों को सजा दिलाने में मदद करेंदिल्ली के समयपुर बादली इलाके में मां की ममता शर्मशार होती दिखी। एक मां अपनी दो बेटियों को छोड़ बेटे को साथ लेकर चलती बनी। वहीं अपनी मासूम बच्चियों के लिए शराबी बाप का दिल भी नहीं पिघला और पिता भी 15 अगस्त से गायब है।
हफ्ते भर तक दो बच्चियां एक बंद अंधेरे कमरे में भूखी-प्यासी पड़ी तड़पती रहीं। उनकी हालत मुर्दा जैसी हो गई थी। सिर में गहरे घाव हो गए। उनमें कीड़े रेंगने लगे। एक टूटी चारपाई पर एक-दूसरे का हाथ थामे दोनों मासूम बच्चियां करीब-करीब दम तोड़ने ही वाली थीं। पुलिस इस हालात में बच्चो को छोड़ने वाले बेरहम माता पिता के खिलाफ मुकद्दमा दर्ज कर उनकी तलाश में जुट गई है।
ये दोनों बच्चियां दिल्ली के रोहिणी इलाके के अम्बेडकर अस्पताल में भर्ती है। महज 8 साल की अलका और 3 साल की ज्योति का कसूर सिर्फ इतना है कि भगवान ने उनको बेटियों के रूप में दुनिया में भेजा है।
पुलिस ने जब कमरे का दरवाजा खोला तो अंदर घुस पाना मुश्किल था। मुंह पर कपड़ा रखकर पुलिस अंदर जा सकी। सड़ी-गली हालत में दोनों बच्चियों की बस सांसें चल रही थीं। इनकी इस हालत के लिए इनको पैदा करने वाले माँ बाप जिम्मेदार हैं। पुलिस टीम दोनों बच्चियों को बाबा साहेब आंबेडकर अस्पताल लेकर पहुंची है। डॉक्टरों ने दोनों बच्चियों की हालत देखकर तो सन्न रह गए। सड़ने-गलने से इन्फेक्शन ब्रेन तक पहुंच चुका था। उन्हें मौत के मुंह से वापस खींचने के लिए 4 दिन तक स्पेशल ट्रीटमेंट किया गया। अब दोनों की हालत में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है।
पुलिस को आसपास के लोगों ने 19 अगस्त को कॉल कर सुचना दी। पुलिस के मुताबिक, 19 अगस्त की दोपहर 11:58 बजे एक शख्स की तरफ से कॉल मिली थी। शिव मंदिर के पास राधा विहार, नेपाली कॉलोनी पुलिस टीम पहुंची। इस घर में ग्राउंड फ्लोर पर करीब दो साल से किराए पर वह परिवार रहा था।
इनमें 35 साल का बबलू, उसकी वाइफ रोजी, 5 साल का बेटा और 8 व 3 साल की बेटियां हैं। बबलू शराब का आदी था और कमाना छोड़ दिया था। करीब 2 महीने पहले रोजी बेटे को अपने साथ लेकर चली गई, पर दोनों बेटियों को उनके हाल पर छोड़ गई। अलका और ज्योति कमरे में अकेली मां की याद में तड़पती रहतीं। शराबी पिता बेटियों को ताने देता था। खाने-पीने का कुछ भी सामान नहीं बचा था। कमरे में हवा का साधन भी नहीं था। अब चारों तरफ इस बेरहम माता पिता की आलोचना हो रही है।
