तकनीकी सहायक सत्यपाल सिंह सहायक अभियंता (ग्रामीण) किशनगढ़ क्षेत्रा में मकानों की मीटर रीडिंग का कार्य करता था। मीटर रीडि़ंग के दौरान कई उपभोक्ताओं के मीटर में उपभोग अधिक होते हुए भी कम रीडिंग बाईन्डर में दर्ज करता था। इस कारण निगम को राजस्व हानि एवं विद्युत छीजत में भी बढ़ोतरी होती थी। यह क्रम गत कुछ महिनों से चल रहा था उच्चाधिकारियों द्वारा वास्तविक मीटर रीडिंग व सत्यपाल सिंह द्वारा की गई मीटर रीडिंग का मिलान करने पर कई गड़बड़ी पाई गई। उक्त कारण से मीटर रीड़र सत्यपाल सिंह को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया है।
आदेश के तहत निलम्बन काल में तकनीकी सहायक सत्यपाल सिंह का मुख्यालय कार्यालय सहायक अभियंता (पवस) बिजौलिया, भीलवाड़ा रहेगा।
बिजली चोरी पकड़ीःः 20 व्यक्तियों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज
अजमेर विद्युत वितरण निगम लि. के प्रबंध निदेशक एम. आर. विश्नोई के निर्देशानुसार बिजली चोरी रोकने हेतु चलाए जा रहे अभियान के तहत अधीक्षण अभियंता (सतर्कता) अजमेर एस. एस. मीणा की देखरेख में प्रभावी कार्यवाही कर मंगलवार को बांसवाड़ा जिले में 20 व्यक्तियों को विद्युत चोरी करते पकड़ा गया जिनके विरूद्ध विद्युत चोरी निरोधक पुलिस थाना (बांसवाड़ा) में एफआईआर दर्ज कराई गई है।
अधीक्षण अभियंता (सतर्कता) ने बताया कि बिजली चोरी रोकने के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत विद्युत चोरी करते पकड़े गए 20 व्यक्तियों में 5 व्यक्ति राजस्थान राज्य विद्युत प्रसारण निगम लिमिटेड़ के कर्मचारी, एक अजमेर डिस्काॅम कर्मचारी, 9 विद्युत उपभोक्ता, 5 गैर उपभोक्ता के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराई गई।
उन्होंने बताया कि बिजली चोरी करने वालों में राजस्थान राज्य विद्युत प्रसारण निगम लिमिटेड़ के अशोक, के. पी. दास, रिशल तिवारी, हर्षवर्धन सिंह एवं श्रीमती कनक कंवर, अजमेर डिस्काॅम के प्रेमलाल, विद्युत उपभोक्ता हजार लाल, इकबाल अहमद, श्रीमती सीता, नौशाद, जाकिर मोहम्मद, असरफ खान, मोहम्मद हासन, श्रीमती सीमा, नन्द किशोर तथा गैर उपभोक्ताओं में मणीलाल, श्रीमती रमीला, प्रवीण, ब्रजेश एवं अशोक शामिल है। इन सभी के विरूद्ध विद्युत चोरी निरोधक थानों में एफआईआर दर्ज कराई गई हैं।
