
दूसरी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को दिक्कत नहीं है अपने प्रचारक की पिटाई से, तभी तो ना संघी मुख्यमन्त्री शिवराज सिंह चौहान, श्री यादव को देखने गये, न ही प्रधानमन्त्री मोदी गये और न ही संघ के सर्वोच्च अधिकारी मोहन भागवत वहाँ गये। क्योंकि सब की अपनी - अपनी जगह पिक्चर चल रही है तो एक टूटे - फूटे संघी को कोन देखने जाएगा भला।
वही आरएसएस खुश है मजे में है। ..विश्वास न हो तो बताओ आरएसएस के मुखिया का कोई प्रेस नोट अब तक कही नहीं आया। ..जो कुछ हुआ हिन्दुओं के विरोध से हुआ आरएसएस के बेनर तले हुआ। और ..........
.....कार्यवाही केवल बर्खास्तगी तक सीमित। ....... मगर इस पिटाई से आरएसएस को कोई समस्या नहीं है...भले ही वह अबोध मर क्यों जाए।
इससे एक बात तो सिद्ध होती है कि भाजपा शासित राज्यों की सरकार एकदम "निष्पक्ष और सेक्युलर" है... (उदाहरण, भोजशाला में हिंदुओं की जूतों से पिटाई) वर्ना बंगाल या केरल के वामपंथी राज में पुलिस की इतनी हिम्मत नहीं थी, कि वह माकपा के किसी जिला सेक्रेटरी की धुलाई कर दे... अथवा आज भी यूपी में किसी थाना प्रभारी की ऐसी औकात नहीं है कि वह किसी सपा जिला प्रभारी को कूट दे...
जनता को तो चिन्ता भविष्य की हैं, मुस्लिम जनसंख्या आज 15% है तो स्थिति विकट है, जिस दिन मुस्लिम जनसंख्या 30% होगी, तब देश- धर्म का क्या हाल होगा !
यहाँ यह कहे तो भी इतर नहीं होगा की हिन्दुओं का साथ, गैर हिन्दुओं का विकास।।।।
.....कार्यवाही केवल बर्खास्तगी तक सीमित। ....... मगर इस पिटाई से आरएसएस को कोई समस्या नहीं है...भले ही वह अबोध मर क्यों जाए।
इससे एक बात तो सिद्ध होती है कि भाजपा शासित राज्यों की सरकार एकदम "निष्पक्ष और सेक्युलर" है... (उदाहरण, भोजशाला में हिंदुओं की जूतों से पिटाई) वर्ना बंगाल या केरल के वामपंथी राज में पुलिस की इतनी हिम्मत नहीं थी, कि वह माकपा के किसी जिला सेक्रेटरी की धुलाई कर दे... अथवा आज भी यूपी में किसी थाना प्रभारी की ऐसी औकात नहीं है कि वह किसी सपा जिला प्रभारी को कूट दे...
जनता को तो चिन्ता भविष्य की हैं, मुस्लिम जनसंख्या आज 15% है तो स्थिति विकट है, जिस दिन मुस्लिम जनसंख्या 30% होगी, तब देश- धर्म का क्या हाल होगा !
यहाँ यह कहे तो भी इतर नहीं होगा की हिन्दुओं का साथ, गैर हिन्दुओं का विकास।।।।
(विश्वजीत सिंह अनंत)
राष्ट्रीय अध्यक्ष
भारत स्वाभिमान दल
राष्ट्रीय अध्यक्ष
भारत स्वाभिमान दल