
क्या पहले भी कभी आपने सुना था कि किसी जिम्मेदार देश का रक्षा मंत्री सार्वजनिक तौर पर यह धमकी दे कि 'यदि दुश्मन ने हम पर हमला किया तो हम उस पर एटम बम फोड़ कर उसे नेस्तनाबूद कर देंगे ?' जी हां, यह धमकी दी है संवैधानिक पद पर बैठे पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ मुहम्मद ने. यह दरअसल धमकी ही कुबूलनामा है पाकिस्तान के एक आतंकी देश होने का. विश्व बिरादरी ने ख्वाजा के बयान को टीवी पर देखा जो इस समय सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. गलीज ख्वाजा ने यह धमकी सार्वजनिक रूप से टेलीविजन पर दो बार दी. पहली उड़ी हमले के पहले सत्रह सितंबर को और दूसरी 26 सितंबर को. वह कहता है, " हमने दुश्मन के लिए स्पेशल बम बना रखें हैं. वह इस्तेमाल करने के लिए ही तो हैं. हम पूरी तरह से जंग के लिए तैयार बैठे हैं. भारत ने जरा सी भी चूं चपड़ की तो उसका दिमाग ठिकाने लगा देंगे."
बदतमीज ख्वाजा भूल गया कि जब जब पाकिस्तान ने यह जुर्रत की तब तब भारत ने उसकी क्या दुर्गति की थी. यह तो हमारे हुक्मरान थे कि जिन्होंने अपने बहादुर सैनिकों के बलिदानों को जाया कर दिया जीती हुई जमीन पाकिस्तान को लौटा कर. लेकिन इस बार भारत के हुक्मरान अलग हैं और पाकिस्तान का क्या हाल होगा यह समझा जा सकता है. अरे, पाकिस्तान पहली बात तो बम फोड़ ही नहीं सकता. भारत के पास मौजूद बराक मिसाइल हवा में ही उसे नष्ट कर देगी. खुदा न खास्ता यदि बम गिरा भी दिया तो देश का एक हिस्सा ही उसकी चपेट में आएगा लेकिन इसके बाद "काफिरों को जीने का हक नहीं है" की अपने देशवासियों को जनम घूंटी पिलाने वाला पाकिस्तान ही दुनिया के नक्शे से गायब हो जाएगा. विश्वास कीजिए मेरी बात का. विवाद की जड़ कश्मीर नहीं, दो भिन्न सभ्यताओं का संघर्ष है. हम कहते हैं कि पृथ्वी एक परिवार है पर अपने पूर्वजों को भूलने वाले वहाबी सोच के बहुसंख्य सुन्नी पाकिस्तानी कहते हैं कि सिर्फ हमें ही दुनिया में रहने का हक है. दुनिया भी इसे जितनी जल्दी समझ ले मानवता के लिए यही बेहतर होगा.