अरविंद केजरीवाल पर पाकिस्तानी मीडिया के दुष्प्रचार के झांसे में आने का आरोप लगाते हुए भाजपा ने सवाल किया कि अब जब मीडिया में नियंत्रण रेखा के पार आतंकी शिविरों पर सेना के सजिर्कल स्ट्राइक के पक्ष में सबूत आ गए हैं तब क्या केजरीवाल की चुप्पी का अर्थ यह लगाया जाए कि उन्हें सजिर्कल स्ट्राइक और भारतीय सेना पर भरोसा नहीं रह गया है?
भाजपा के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा ने कहा कि हमारे राजनीतिक मतभेदों के बावजूद हमें आश्चर्य है कि केजरीवाल किसी भी मुद्दे पर टिप्पणी करने वाले पहले व्यक्ति कैसे होते हैं? वे देश के किसी भी राज्य में घटने वाली घटना पर तेजी से टिप्पणी करते हैं, चाहे उससे उनका कोई सरोकार हो या नहीं.
उन्होंने कहा कि हम ट्विटर पर उनकी फिल्म समीक्षा के भी कायल हैं जो
नियमित बात हो गई है. हाल के दिनों में केजरीवाल ने न्यायपालिका की भी
भूमिका निभाना शुरू कर दिया है और अपने मंत्रियों पर लगे आरोपों पर फैसला
देने लगे हैं.
शर्मा ने कहा, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि वे कैसे पाकिस्तानी मीडिया के दुष्प्रचार के झांसे में आ गए और अपनी ही सेना पर सवाल उठाने लगे.’’
भाजपा नेता ने कहा कि उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि भारत वैश्विक स्तर पर अलग-थलग पड़ गया है लेकिन शायद वे किसी दूसरी दुनिया में रहते हैं.
शर्मा ने कहा लेकिन हम दो अलग-अलग मीडिया की रिपोर्ट आने के बाद उनकी (केजरीवाल) चुप्पी को लेकर आश्चर्यचकित और स्तब्ध हैं जिसमें नियंत्रण रेखा के पास आतंकी शिविरों पर सेना के लक्षित हमले का ब्यौरा दिया गया है.
शर्मा ने कहा, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि वे कैसे पाकिस्तानी मीडिया के दुष्प्रचार के झांसे में आ गए और अपनी ही सेना पर सवाल उठाने लगे.’’
भाजपा नेता ने कहा कि उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि भारत वैश्विक स्तर पर अलग-थलग पड़ गया है लेकिन शायद वे किसी दूसरी दुनिया में रहते हैं.
शर्मा ने कहा लेकिन हम दो अलग-अलग मीडिया की रिपोर्ट आने के बाद उनकी (केजरीवाल) चुप्पी को लेकर आश्चर्यचकित और स्तब्ध हैं जिसमें नियंत्रण रेखा के पास आतंकी शिविरों पर सेना के लक्षित हमले का ब्यौरा दिया गया है.