भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने यहां शुक्रवार को कहा कि महिला सशक्तीकरण के पक्षधर होने का दावा करने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद की तीन तलाक के मुद्दे पर कलई खुल गई है.
उन्होंने कहा, "इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने तीन तलाक प्रथा को मुस्लिम महिलाओं के साथ क्रूरता बताया है. भाजपा अदालत की राय से इत्तेफाक रखती है, लेकिन नीतीश और लालू ने वोट बैंक की राजनीति की वजह से इस मुद्दे पर चुप्पी साध ली."
मोदी ने सवालिया लहजे में कहा कि नीतीश ने पंचायत चुनाव में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण देने का फैसला क्या पुरुषों से पूछकर किया था जो वे वोट बैंक की राजनीति के कारण मुस्लिम महिलाओं का साथ देने से कन्नी काट रहे हैं?
मोदी ने दावा करते हुए कहा कि देश की 90 प्रतिशत मुस्लिम महिलाएं तीन तलाक और बहुपत्नी प्रथा का विरोध करती हैं. क्या नीतीश इन महिलाओं को मजहब के कट्टरपंथी ठेकेदारों की मेहरबानी पर ही छोड़ देना चाहते हैं?
उन्होंने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया कि एक महिला की आवाज पर शराबबंदी लागू करने का दावा करने वाले नीतीश में लाखों मुस्लिम महिलाओं को प्रताड़ित करने वाली वाली प्रथा का विरोध करने का साहस नहीं है.
इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने कहा है कि मुस्लिम पर्सनल लॉ भारतीय संविधान से ऊपर नहीं है. मुस्लिम महिलाओं के प्रति गहरी सहानुभूति दिखाते हुए भाजपा नेता ने कहा कि बिहार में सत्ताधारी महागठबंधन के नेताओं को तीन तलाक के मुद्दे पर अपना रुख साफ करना चाहिए.
उन्होंने कहा, "इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने तीन तलाक प्रथा को मुस्लिम महिलाओं के साथ क्रूरता बताया है. भाजपा अदालत की राय से इत्तेफाक रखती है, लेकिन नीतीश और लालू ने वोट बैंक की राजनीति की वजह से इस मुद्दे पर चुप्पी साध ली."
मोदी ने सवालिया लहजे में कहा कि नीतीश ने पंचायत चुनाव में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण देने का फैसला क्या पुरुषों से पूछकर किया था जो वे वोट बैंक की राजनीति के कारण मुस्लिम महिलाओं का साथ देने से कन्नी काट रहे हैं?
मोदी ने दावा करते हुए कहा कि देश की 90 प्रतिशत मुस्लिम महिलाएं तीन तलाक और बहुपत्नी प्रथा का विरोध करती हैं. क्या नीतीश इन महिलाओं को मजहब के कट्टरपंथी ठेकेदारों की मेहरबानी पर ही छोड़ देना चाहते हैं?
उन्होंने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया कि एक महिला की आवाज पर शराबबंदी लागू करने का दावा करने वाले नीतीश में लाखों मुस्लिम महिलाओं को प्रताड़ित करने वाली वाली प्रथा का विरोध करने का साहस नहीं है.
इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने कहा है कि मुस्लिम पर्सनल लॉ भारतीय संविधान से ऊपर नहीं है. मुस्लिम महिलाओं के प्रति गहरी सहानुभूति दिखाते हुए भाजपा नेता ने कहा कि बिहार में सत्ताधारी महागठबंधन के नेताओं को तीन तलाक के मुद्दे पर अपना रुख साफ करना चाहिए.