कभी पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को गिरफ्तार करने और वर्तमान बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी से दुर्व्यवहार कर चर्चा में आए पीपीएस अफसर डॉ. बीपी अशोक ने पुलिस सेवा से इस्तीफे की पेशकश की है। वे हाल ही में एससी/एसटी एक्ट में सुप्रीम कोर्ट द्वारा किए गए बदलाव से काफी नाराज चल रहे हैं। पुलिस प्रशिक्षण निदेशालय में बतौर अपर पुलिस अधीक्षक पद पर तैनात डॉ. बीपी अशोक ने राष्ट्रपति को लिखे अपने पत्र में दलितों के वर्तमान हालात पर चिंता जाहिर की है। उन्होंने अपने त्यागपत्र में लिखा कि देश में वर्तमान में ऐसी परिस्थितियां पैदा हो गई हैं, जिसके कारण उन्हें हृदय से भारी आघात पहुंचा है। कुछ बिंदुओं को संज्ञान में लाकर अपने जीवन का बहुत कठोर निर्णय ले रहा हूं।
बीपी अशोक ने लिखा है कि एससी-एसटी को कमजोर किया जा रहा है। उन्होंने राष्ट्रपति से संसदीय लोकतंत्र को बचाने की अपील करते हुए उन्होंने लिखा कि रुल ऑफ जज, रुल ऑफ पुलिस के स्थान पर रुल ऑफ लॉ को सम्मान प्रदान किया जाए। उन्होंने महिलाओं का भी मुद्दा उठाते हुए लिखा है कि उन्हें भी अभी तक पर्याप्त प्रतिनिधित्व नहीं दिया गया। बीपी अशोक ने लिखा है कि महिलाओं, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़े वर्ग और अल्पसंख्यक वर्ग को अभी तक न्यायालयों में प्रतिनिधित्व नहीं दिया गया है।