बांदा जिले में एक ब्राह्मण परिवार का आरोप है कि इस्लाम कबूलने के बाद उन्हें परेशान किया जा रहा है. बबेरू थाना क्षेत्र के पतवन निवासी घनश्याम शुक्ला और उनकी पत्नी ने काफी पहले इस्लाम कबूल कर लिया था लेकिन तब इस बारे में किसी को पता नहीं था. अब दोनों ने आरोप लगाया है कि जब से आस-पड़ोस के लोगों को उनके इस्लाम कबूलने के बारे में पता चला है उन्हें परेशान किया जा रहा है.दरअसल शादी के बाद घनश्याम और उसकी पत्नी को उनके घरवालों ने निकाल दिया था. इस वक्त घनश्याम एक मुस्लिम बाबा के संपर्क में आया और उन्हीं से प्रभावित होकर स्वेच्छा से इस्लाम कबूल कर लिया. घनश्याम शुक्ला ने 2011 में ही इस्लाम कबूल कर लिया था जबकि उसकी पत्नी कालिंदी शुक्ला ने 2013 में इस्लाम धर्म को अपनाया.
कालिंदी शुक्ला ने बताया कि पति द्वारा इस्लाम अपनाने के बाद उसे परेशानी होती थी इसलिए उसने भी इस्लाम स्वीकार कर लिया. कालिंदी ने कहा कि पहले लोग उनके धर्म परिवर्तन के बारे में नहीं जानते थे लेकिन जब से उन्हें इस बारे में पता चला है, उन्हें परेशान किया जा रहा है. घनश्याम शुक्ला ने नई सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पिछली सरकार के वक्त उन्हें परेशान नहीं किया जाता था लेकिन जबसे नई सरकार बनी है लोग उन्हें ज्यादा परेशान करने लगे हैं.
वहीं परिवार के आरोपों की जांच के लिए बबेरू एसडीएम अवधेश कुमार पुलिस बल के साथ घनश्याम शुक्ला के घर पहुंचे और परिवार का बयान दर्ज किया. एसडीएम अवधेश कुमार ने इस बात की पुष्टि की कि दोनों ने काफी पहले ही स्वेच्छा से इस्लाम कबूल कर लिया था. उन्होंने कहा कि दीवानी मुकदमों के चलते परिवार पिछले 1 साल से परेशान है.
