
कानपुर।। जिंदगी की जंग लड़ रहे एसपी पूर्वी सुरेंद्र दास ने रीजेंसी अस्पताल में चौथे दिन रविवार को 12:19 बजे अंतिम सांस ली. पत्नी से तंग होकर आईपीएस ने जहर खाकर जान देने की कोशिश की थी. परिवार के झगड़े जिंदगी पर भारी पड़ रहे हैं। यूपी में एक युवा आईपीएस ने जहर खाया। वह जिंदगी की जंग हार गया। पत्नी ने जमाष्टमी पर भी नॉनवेज मंगाकर खाया जबकि पति को यह पसंद नहीं था। एक साधारण परिवार का लड़का विधवा 'माँ' को अपने पास रखना चाहता था। अपनी उन बहनों व भाई के लिए भी कुछ करना चाहता था जिन्होंने उसे इस मुकाम पर पहुंचाया, लेकिन डॉक्टर पत्नी ऐसा नहीं चाहती थी। पत्नी को ससुराल पसंद नहीं था। एक माँ अपने बेटे की आवाज सुनने को तरसती थी। एक-एक पैसा जोड़कर उन्होंने उसे पढ़ाया था। 'स्टेटस' की रेखा दीवार बनी थी। होनहार बेटा सुरेंद्र कुमार दास बुरी तरह टूट गया। यह किसी एक परिवार या व्यक्ति का किस्सा नहीं है। हर पल किसी न किसी परिवार में यह सब चल रहा होता है। समाज में लोगों की यह प्रवृत्ति बन गई है कि उन्हें शादी के लिए लड़का तो अच्छा चाहिए, लेकिन वह उन अपनो से रिश्ता न रखे जिन्होंने उसे पैदा किया, पढ़ा-लिखाकर किसी काबिल बनाया।
बता दें कि दोनों में अक्सर वेज और नॉनवेज खाने को लेकर भी विवाद होता था. बताया जा रहा है कि जन्माष्टमी के दिन पत्नी रवीना सिंह ने नॉनवेज बर्गर मंगा कर खाया था. जिसके चलते दोनों में जमकर झगड़ा हुआ था. फॉरेंसिक जांच के दौरान एसपी के दोनों मोबाइल टूटे मिले थे. एसएसपी अनंत देव ने बताया कि सुरेंद्र दास के सुसाइड को लेकर पारिवारिक लोगों के अलावा उनके फॉलोअर और स्टाफ के लोगों से पूछताछ की जा रही है.
लड़का इकलौता हो, तो नजरें ज्यादा ठहरती हैं। लड़का बुरी
तरह से पिसता है। मुकदमे में फंसाने की धमकिया अलग होती हैं। अकेले
बुजुर्गों की तादाद बढ़ रही है। घरों व रिश्तों के टूटने-बिखरने के किस्से
आम हैं। क्यों भूल जाते हैं कि एक पति किसी का बेटा और भाई भी होता है।
परिवार के लोगों को पति से दूर करना, घर बिखेरना कोई हुनर नहीं, बल्कि एक
खतरनाक रोग और बेवकूफी है। कई चालाक माता-पिता बेटी को पहले से ही कहकर
चलते हैं कि उसके लिए वह अच्छी नौकरी वाला... अकेला लड़का ढूंढेंगें जहां वह
राज करेगी। लड़के के परिवार से क्या लेना, उन्हें तो सिर्फ लड़के से मतलब है
जो कठपुतली की तरह काबू रहना चाहिए।
ख़बरों की मानें तो आईपीएस सुरेंद्र दास का सुसाइड नोट हाथ लगा है जिसमें उन्होंने पारिवारिक तनाव की तरफ इशारा करते हुए अपनी पत्नी डॉ. रवीना के नाम एक पत्र लिखा था. इस सुसाइड नोट में आत्महत्या के तरीके खोजने का जिक्र भी किया गया है. वहीं शुरूआती जांच से पता चला है कि अधिकारी ने पारिवारिक कलह के चलते जहर खाया था. सुरेंद्र दास ने लिखते है कि वो अपनी पत्नी से बेहद प्यार करते हैं. दास अपने सुसाइट नोट में लिखते हैं कि रवीना आईएम नाॅट लायर, पुलिस को घर से बरामद सुसाइड नोट में भी यही बात कही गई है. हालांकि उन्होंने अपने सुसाइड नोट में किसी को दोषी नहीं ठहराया है. केवल उन्होंने घरेलू झगड़ों का जिक्र किया है.
ख़बरों की मानें तो आईपीएस सुरेंद्र दास का सुसाइड नोट हाथ लगा है जिसमें उन्होंने पारिवारिक तनाव की तरफ इशारा करते हुए अपनी पत्नी डॉ. रवीना के नाम एक पत्र लिखा था. इस सुसाइड नोट में आत्महत्या के तरीके खोजने का जिक्र भी किया गया है. वहीं शुरूआती जांच से पता चला है कि अधिकारी ने पारिवारिक कलह के चलते जहर खाया था. सुरेंद्र दास ने लिखते है कि वो अपनी पत्नी से बेहद प्यार करते हैं. दास अपने सुसाइट नोट में लिखते हैं कि रवीना आईएम नाॅट लायर, पुलिस को घर से बरामद सुसाइड नोट में भी यही बात कही गई है. हालांकि उन्होंने अपने सुसाइड नोट में किसी को दोषी नहीं ठहराया है. केवल उन्होंने घरेलू झगड़ों का जिक्र किया है.

वर्ष 2014 बैच के पुलिस सेवा के अधिकारी रहे दास की मौत के मामले में कानपुर पुलिस जांच कर रही है. एसपी ने करीब 25 ग्राम सल्फास पाउडर निगला था. एसपी सुरेंद्र दास ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि वह पारिवारिक झगड़ों से परेशान होकर ऐसा कदम उठा रहे हैं. इसके लिए कोई भी जिम्मेदार नहीं है.