लोकसभा चुनाव 2019 से पहले कई सांसदों के कटेंगे टिकट, भाजपाइयों में मचा हड़कंप
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लोकसभा चुनाव 2019 से पहले कई सांसदों के कटेंगे टिकट, भाजपाइयों में मचा हड़कंप

    लखनऊ।। लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में बीजेपी अपनी ही पार्टी के मौजूदा 20-25 सांसदों के टिकट काटने की तैयारी में है। इस लिस्ट में पार्टी की छवि खराब करने वालों के साथ ही उन सांसदों के नाम भी शामिल हैं, जो अभी तक जनता के बीच में अपनी छवि नहीं सुधार पाये हैं और जनता उनसे नाराज है। सूत्रों की मानें तो इस लिस्ट में बहराइच से बीजेपी सांसद सावित्रीबाई फुले का नाम सबसे ऊपर है। डुमियागंज से सांसद जगदम्बिका पाल, कानपुर से सांसद मुरली मनोहर जोशी और उन्नाव से सांसद साक्षी महाराज के टिकट जाने की चर्चा जोरों पर है। इनके अलावा पार्टी आलाकमान सहारनपुर, बाराबंकी, गोंडा, धौरहरा, इलाहाबाद, और देवरिया सांसदों के नाम भी काटने की तैयारी में है, जिन्होंने पिछले एक साल से पार्टी नेतृत्व के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है।
      भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने जमीनी सर्वे के आधार पर 25 सांसदों को दोबारा टिकट न देने का फैसला किया है। सर्वे में साफ तौर पर सामने आया है कि अगर इन सांसदों को लोकसभा चुनाव में फिर से टिकट दिया गया तो पार्टी को हार का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि इनके क्षेत्र में सांसदों द्वारा कोई विकास कार्य नहीं कराये गये हैं, जिनसे स्थानीय जनता नाराज है। ऐसे सांसदों की लिस्ट में उन्नाव से बीजेपी सांसद साक्षी महाराज समेत कई अन्य बीजेपी सांसदों के नाम शामिल बताये जा रहे हैं।
     भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने जमीनी सर्वे के आधार पर 25 सांसदों को दोबारा टिकट न देने का फैसला किया है। सर्वे में साफ तौर पर सामने आया है कि अगर इन सांसदों को लोकसभा चुनाव में फिर से टिकट दिया गया तो पार्टी को हार का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि इनके क्षेत्र में सांसदों द्वारा कोई विकास कार्य नहीं कराये गये हैं, जिनसे स्थानीय जनता नाराज है। ऐसे सांसदों की लिस्ट में उन्नाव से बीजेपी सांसद साक्षी महाराज समेत कई अन्य बीजेपी सांसदों के नाम शामिल बताये जा रहे हैं।
    दोबारा टिकट न मिलने के अंदेशे से बीजेपी के कई सांसद अपनी ही सरकार के खिलाफ बयानबाजी कर आलाकमान पर दबाव बनाने की रणनीति पर काम कर रहे हैं। वह पार्टी के खिलाफ लगातार बयानबाजी कर रहे हैं। लेकिन पार्टी नेतृत्व उन्हें तवज्जो देकर उनके प्रति सहानुभूति का माहौल बनने का मौका नहीं देना चाहती। सूत्रों की मानें तो बीजेपी के जिन सांसदों को टिकट कटने की भनक लग गई है वे अभी से नये ठौर की तलाश में जुट गये हैं। ताज्जुब नहीं कि लोकसभा चुनाव से पहले करीब दर्जन भर बीजेपी सांसद समर्थकों संग दूसरी पार्टी का दामन थाम लें।

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