पीएम मोदी के हमशक्ल की पिटाई, कपड़े फाडक़र लोगों ने पूछा-कब आएंगे अच्छे दिन
2014 के चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बड़े-बड़े वादे करके सत्ता में आए थे। भाजपा के चुनाव प्रचार में हर जगह एक ही नारा सुनाई पड़ता था कि अच्छे दिन आने वाले हैं। मोदी भी अपने भाषणों में इस नारे को बुलंद किया करते थे, लेकिन चार साल से ज्यादा समय बीतने के बाद भी काफी संख्या में लोगों को अच्छे दिन नहीं दिख रहे हैं। लोगों की नाराजगी का नतीजा असली मोदी तो अगले लोकसभा चुनाव में ही देखेंगे मगर उनके हमशक्ल को लोगों की नाराजगी झेलनी पड़ गयी। नाराज लोगों ने उनकी पिटाई करने व कपड़े फाडऩे के बाद पूछा कि अच्छे दिन कब आएंगे।
पाठक इन दिनों भाजपा से काफी नाराज हैं। वे कहते हैं कि पिटाई करने वाले उनसे पूछते हैं कि अच्छे दिन कब आएंगे।
भाजपा के काम न करने से हुई पिटाई
लोगों के गुस्से का शिकार हुए पीएम मोदी के हमशक्ल अभिनंदन पाठक यूपी के सहारनपुर के रहने वाले हैं। उनका गुनाह सिर्फ इतना है कि उनकी शक्ल पीएम नरेंद्र मोदी से काफी मिलती है। कभी बीजेपी के लिए प्रचार करने वाले पाठक अब बीजेपी से नाराज हो गए हैं। इसका कारण यह है कि बीजेपी के काम न करने के कारण उनकी पिटाई हो रही है। उनका कहना है कि लोग उनसे पूछ रहे हैं कि अच्छे दिन कब आएंगे। लोग मुझसे सवाल पूछ रहे हैं कि खाते में पंद्रह लाख कब आएंगे?
भाजपा नेताओं से नाराज हैं पाठक
पाठक भाजपा के बड़े नेताओं से इन दिनों काफी नाराज हैं। वे कहते हैं कि पार्टी पीएम मोदी के सोच के हिसाब से काम और व्यवहार नहीं कर रही है। मोदी का हमशक्ल होने के कारण लोग मुझे भी निशाना बना रहे हैं। मैंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और यूपी भाजपा के अध्यक्ष महेंद्रनाथ पांडेय को एक नहीं बल्कि पचासों पत्र लिखकर काम का रवैया बदलने का अनुरोध किया मगर कोई सुनने वाला नहीं है। सब नेता अहंकार में डूबे हुए हैं। नाराज लोग मुझसे जगह-जगह सवाल पूछते हैं कि अच्छे दिन कब आएंगे। मैं जवाब नहीं दे सका तो लोगों ने मेरे कपड़े फाड़ दिए और चांटे मारे। मेरी बात सुनने वाला कोई नहीं है।
अब कांग्रेस में जाने की तैयारी
पाठक भाजपा से इन दिनों इतना नाराज हैं कि एक समय मोदी के कट्टïर समर्थक रहे मोदी के इस हमशक्ल ने भाजपा छोडऩे की भी घोषणा कर दी है। उनका कहना है कि अब वे भाजपा का प्रचार नहीं करेंगे। अब वे कांग्रेस में जाने की तैयारी कर रहे हैं। उनका कहना है कि मैं सोनिया और राहुल गांधी से मिलूंगा और कांग्रेस के लिए चुनाव प्रचार करूंगा। वे यूपी कांग्रेस अध्यक्ष राजबब्बर से मुलाकात भी कर चुके हैं। उन्होंने सोनिया व राहुल से मिलवाने का वादा किया है।
अभी तक करते थे भाजपा का प्रचार
पाठक की शक्ल पीएम मोदी से इतना मिलती-जुलती है कि वे लोगों के बीच जूनियर मोदी के नाम से भी जाने जाते हैं। पिछले लोकसभा चुनाव के समय उन्होंने भाजपा का जमकर प्रचार किया था। पीएम के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में तो मोदी के इस हमशक्ल ने गलियों के साथ गांव की पगडंडियों की खाक भी छानी थी। हाल ही में हुए गोरखपुर के उपचुनाव में भी उन्होंने बीजेपी के लिए प्रचार किया था। अब उनका मूड बीजेपी से उखड़ चुका है। अब लोगों को अगले लोकसभा चुनाव का इंतजार है। उस समय पाठक की भूमिका काफी दिलचस्प होगी।
दोस्तों, मोदी का चार साल का राज कैसा रहा? देश के लोगों के लिए अच्छे दिन आए या नहीं? मोदी से लोगों की नाराजगी जायज है या नहीं? इस पर कमेंट जरूर करें। खबर को लाइक करें,ज्यादा से ज्यादा शेयर करें और मुझे जरूर फॉलो करें। धन्यवाद।
2014 के चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बड़े-बड़े वादे करके सत्ता में आए थे। भाजपा के चुनाव प्रचार में हर जगह एक ही नारा सुनाई पड़ता था कि अच्छे दिन आने वाले हैं। मोदी भी अपने भाषणों में इस नारे को बुलंद किया करते थे, लेकिन चार साल से ज्यादा समय बीतने के बाद भी काफी संख्या में लोगों को अच्छे दिन नहीं दिख रहे हैं। लोगों की नाराजगी का नतीजा असली मोदी तो अगले लोकसभा चुनाव में ही देखेंगे मगर उनके हमशक्ल को लोगों की नाराजगी झेलनी पड़ गयी। नाराज लोगों ने उनकी पिटाई करने व कपड़े फाडऩे के बाद पूछा कि अच्छे दिन कब आएंगे।
पाठक इन दिनों भाजपा से काफी नाराज हैं। वे कहते हैं कि पिटाई करने वाले उनसे पूछते हैं कि अच्छे दिन कब आएंगे।
भाजपा के काम न करने से हुई पिटाई
लोगों के गुस्से का शिकार हुए पीएम मोदी के हमशक्ल अभिनंदन पाठक यूपी के सहारनपुर के रहने वाले हैं। उनका गुनाह सिर्फ इतना है कि उनकी शक्ल पीएम नरेंद्र मोदी से काफी मिलती है। कभी बीजेपी के लिए प्रचार करने वाले पाठक अब बीजेपी से नाराज हो गए हैं। इसका कारण यह है कि बीजेपी के काम न करने के कारण उनकी पिटाई हो रही है। उनका कहना है कि लोग उनसे पूछ रहे हैं कि अच्छे दिन कब आएंगे। लोग मुझसे सवाल पूछ रहे हैं कि खाते में पंद्रह लाख कब आएंगे?
भाजपा नेताओं से नाराज हैं पाठक
पाठक भाजपा के बड़े नेताओं से इन दिनों काफी नाराज हैं। वे कहते हैं कि पार्टी पीएम मोदी के सोच के हिसाब से काम और व्यवहार नहीं कर रही है। मोदी का हमशक्ल होने के कारण लोग मुझे भी निशाना बना रहे हैं। मैंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और यूपी भाजपा के अध्यक्ष महेंद्रनाथ पांडेय को एक नहीं बल्कि पचासों पत्र लिखकर काम का रवैया बदलने का अनुरोध किया मगर कोई सुनने वाला नहीं है। सब नेता अहंकार में डूबे हुए हैं। नाराज लोग मुझसे जगह-जगह सवाल पूछते हैं कि अच्छे दिन कब आएंगे। मैं जवाब नहीं दे सका तो लोगों ने मेरे कपड़े फाड़ दिए और चांटे मारे। मेरी बात सुनने वाला कोई नहीं है।
अब कांग्रेस में जाने की तैयारी
पाठक भाजपा से इन दिनों इतना नाराज हैं कि एक समय मोदी के कट्टïर समर्थक रहे मोदी के इस हमशक्ल ने भाजपा छोडऩे की भी घोषणा कर दी है। उनका कहना है कि अब वे भाजपा का प्रचार नहीं करेंगे। अब वे कांग्रेस में जाने की तैयारी कर रहे हैं। उनका कहना है कि मैं सोनिया और राहुल गांधी से मिलूंगा और कांग्रेस के लिए चुनाव प्रचार करूंगा। वे यूपी कांग्रेस अध्यक्ष राजबब्बर से मुलाकात भी कर चुके हैं। उन्होंने सोनिया व राहुल से मिलवाने का वादा किया है।
अभी तक करते थे भाजपा का प्रचार
पाठक की शक्ल पीएम मोदी से इतना मिलती-जुलती है कि वे लोगों के बीच जूनियर मोदी के नाम से भी जाने जाते हैं। पिछले लोकसभा चुनाव के समय उन्होंने भाजपा का जमकर प्रचार किया था। पीएम के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में तो मोदी के इस हमशक्ल ने गलियों के साथ गांव की पगडंडियों की खाक भी छानी थी। हाल ही में हुए गोरखपुर के उपचुनाव में भी उन्होंने बीजेपी के लिए प्रचार किया था। अब उनका मूड बीजेपी से उखड़ चुका है। अब लोगों को अगले लोकसभा चुनाव का इंतजार है। उस समय पाठक की भूमिका काफी दिलचस्प होगी।
दोस्तों, मोदी का चार साल का राज कैसा रहा? देश के लोगों के लिए अच्छे दिन आए या नहीं? मोदी से लोगों की नाराजगी जायज है या नहीं? इस पर कमेंट जरूर करें। खबर को लाइक करें,ज्यादा से ज्यादा शेयर करें और मुझे जरूर फॉलो करें। धन्यवाद।