मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना संकट के इस दौर में आवश्यक है कि हर व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्युनिटी पावर) अच्छी रखने के प्रयास करने चाहिए। उन्होंने घर में आसानी से रोग प्रतिरोधक छमता बढ़ाने वाला काढ़ा बनाने की विधि भी बताई।
मुख्यमंत्री चौहान ने जीवन अमृत योजना का मंत्रालय में शुभारंभ करते हुए यह बात कही। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के विभिन्न जिलों के लोगों से बातचीत कर उन्हें इस योजना के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि हमारे ऋषियों एवं वैद्यों ने आयुर्वेद में ऐसी औषधियां बनाई हैं, जिनसे हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और हम स्वस्थ्य रहते हैं। हमारे आयुष विभाग द्वारा तैयार किया गया विशेष त्रिकुट चूर्ण-काढ़ा रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में अत्यधिक कारगर है। इसे प्रतिदिन तीन से चार बार पिएं।
उन्होंने बताया कि जीवन अमृत योजना के अंतर्गत आयुष विभाग के सहयोग से मध्यप्रदेश लघु वनोपज संघ द्वारा इस काढ़े के 50-50 ग्राम के पैकेट्स तैयार किए गए हैं। ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में लगभग एक करोड़ व्यक्तियों को यह काढ़ा नि:शुल्क वितरित किया जा रहा है।
उन्होंने उज्जैन के रोहित धमानी और जीत मल, इंदौर के श्याम यादव और राधेश्याम, मुरैना के पिंटू और बंटी, नरसिंहपुर की श्रीमती अंजली चौधरी आदि से बातचीत की। मुख्यमंत्री ने काढ़े के गुणों के बारे में बताते हुए कहा कि यह अत्यंत उपयोगी है। आप स्वयं पिएं तथा अपने परिवार को पिलाएं, नीरोग रहें तथा सुखी रहें।
काढ़ा बनाने की विधि:
मुख्यमंत्री ने इस काढ़े को बनाने की विधि भी बताई। पीपल, सोंठ एवं काली-मिर्च को समान मात्रा में मिलाकर तथा कूटकर तैयार किए जाने त्रिकटु चूर्ण को 3-4 तुलसी के पत्तों के साथ एक लीटर पानी में उबालें। जब पानी आधा रह जाए, तब लगभग एक-एक कप कुनकुना काढ़ा दिन में तीन से चार बार पिएं। मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, आयुष चिकित्सक डॉ. उमेश शुक्ला इस अवसर पर उपस्थित थे।