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जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान चीन के कर्ज के बोझ तले इस कदर दब गया है की वह चाइना की गुलामी करने को पूरी तरह से मजबूर हो गया है, जी हां पाकिस्तान में काम कर रही कुछ चीनी कंपनियां पाकिस्तानी कर्मचारियों को नमाज अदा करने के लिए जानबूझकर समय नहीं दे रही हैं। वे मुस्लिम कर्मचारियों को नमाज पढ़ने में तरह-तरह की दिक्कतें पैदा कर रही हैं। यह दावा पाकिस्तान के एक मौलाना ने किया है। पाकिस्तान में अब चीनी कंपनियों की हरकत से लोगों में गुस्सा है और इसके खिलाफ लोग आवाज उठाने लगे हैं।
दरअसल, इस्लाम का अनिवार्य अंग नमाज है। सोशल मीडिया में चल रहे एक वीडियो में एक मौलाना पाकिस्तानियों से एकजुट होने और पाकिस्तान में मौजूद चीन के लोगों से यह कह रहे हैं कि, यह देश उनका नहीं है। मौलवी ने कहा है, हम नमाज को नजरअंदाज नहीं कर सकते। लोग डरते हैं कि वे अपनी नौकरी खो देंगे लेकिन यह अब हमारे लिए आत्मसम्मान का मुद्दा है। चीन मुस्लिमों के प्रति अपनी हरकतों के चलते आलोचना का केंद्र बनता रहा है।