एक अभिनेता कैसे बन गया लोगो के दिलों का प्रधानमंत्री?
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एक अभिनेता कैसे बन गया लोगो के दिलों का प्रधानमंत्री?

सोनू सूद फाउंडेशन में दिव्यांग महिला ने दान की 5 महीने की पेंशन, एक्टर ने कहा असली हीरों आप 
   मुंबई/महाराष्ट्र।। बॉलीवुड के जाने माने अभिनेता सोनू सूद अपने अभिनय को लेकर पहले ही किसी पहचान के मोहताज़ नहीं है। दक्षिण भारत से लेकर उत्तर भारत तक सोनू सूद अभिनीत फिल्मे उनके नाम की वजह से ही चलती है। देखा गया है की सोनू ने कई फिल्मो में विलियन की भूमिका बहखूबी निभाई है, लेकिन असल ज़िन्दगी में वह आम जनता के आज सबसे ज्यादा पसंद किये जाने वाले हीरो बन चुके है। 
    कोरोना महामारी में सोनू सूद की जरुरतमंदो को हर संभव सहायता करने की भावना ने उन्हें जनमानस का अघोषित चहेता नेता बनाकर कर रख दिया है। सोशल मिडिया पर एक बहुत बड़ा वर्ग सोनू सूद की दिलेरी का इस कदर कायल है कि वह सोनू को अगला प्रधानमंत्री बने हुए देखना चाहता है। 
   पिछले दो वर्षों से सोनू की कोरोना प्रताड़ितों को दी जा रही मदत आज भी अनवरत जारी है, इसके लिए सोनू ने अपने मोबाइल नंबर भी सार्वजनिक रूप से जारी कर रखे है। कोरोना आपदा में किसी को घर पहुंचना हो या किसी को राशन या फिर किसी की फ़ीस भरनी हो, या फिर किसी को ऑक्सीजन या वेंटिलेटर उपलब्ध कराना हो या किसी को हॉस्पिटल में बेड दिलवाना हो सोनू सूद हर समय मदत के लिए तैयार रहते है, उनका एक फोन ज़रूरतमंदो के लिए जीवनदायी साबित हो रहा है। 
    यही नहीं सोनू सूद देश के वर्तमान हालातों को ध्यान में रखते हुए और मदत चाहने वालों की बढ़ती संख्या व उसका बढ़ता दायरा देखते हुए उन्हें अपने इस जनहित के कार्य को एक फाउंडेशन बना कर करना पड़ रहा है। सोनू सूद के "सूद फाउंडेशन" में आज कई लोग दिल खोलकर डोनेशन भी दे रहे है।  
   
   इसी को लेकर हाल ही में सोनू सूद ने एक दिव्यांग महिला की तस्वीर को शेयर कर बताया है कि उस महिला ने उनकी फाउंडेशन में 15000 रुपये डोनेट किए हैं। सोनू ने कहा कि उनके लिए यह महिला सबसे अमीर भारतीय हैं। सोनू ने ट्वीट में लिखा, ”बोड्डू नागा लक्ष्मी, एक दिव्यांग लड़की और यूट्यूबर हैं। यह आंध्रा प्रदेश के एक छोटे गांव Varikuntapadu से हैं, उन्होंने सूद फाउंडेशन में 15000 रुपये दान में दिए हैं। यह पैसे उनकी पांच महीने की पेंशन हैं। मेरे लिए वह सबसे अमीर भारतीय हैं। आपको किसी का दुख देखने के लिए आंखों की जरूरत नहीं होती है। एक असली हीरो।”

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