पाकिस्तान में जन्मे, अपराधियों को बचाने के लिए केस लड़े और अरबों रुपये किये खड़े!
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पाकिस्तान में जन्मे, अपराधियों को बचाने के लिए केस लड़े और अरबों रुपये किये खड़े!

राम जेठमलानी की प्रोफाईल हिस्टरी
Ramjethmalani
   राम जेठमलानी देश के सबसे बड़े क्रिमिनल Lawyer रहे हैं। वह देश में सबसे अधिक फीस लेने वाले वकील भी हैं। उनकी सबसे नयी मुवक्किल तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता थीं जिन्हे राम जेठमलानी ने भ्रस्टाचार के केस में साफ़ साफ़ बचा लिया। इसके अलावा वे चारा घोटाले के आरोपी लालू यादव का केस भी लड़ रहे हैं। उन्होंने अपने हुनर से अब तक हजारों अपराधियों को बचाने के साथ-साथ अरबों रुपये की संपत्ति भी बनायीं है।
  पाकिस्तान के शिकारपुर में जन्मे राम जेठमलानी को 17 साल में ही कानून की डिग्री मिल चुकी थी और उन्होंने वकील बनते ही अपराधियों के लिए केस लड़ना शुरू कर दिया।               
वे ज्यादातर अपराधियों के लिए ही केस लड़ते हैं
  राम जेठमलानी ने भारत के बड़े से बड़े भ्रस्टाचारियों को जेल जाने से बचाया है। इनमे मुख्यमंत्री से लेकर कई केंद्रीय मंत्री भी शामिल हैं।  राम जेठमलानी के हाई प्रोफाइल केसेस यह है-
1. स्टॉक मार्किट स्कैम में दोषी हर्षद मेहता और केतन पारेख का केस लड़ा
2. अंडरवर्ल्ड डॉन हज मस्तान का केस लड़ा
3. आतंकवादी अफजल गुरु का केस लड़ा
4. AIDMK नेता और तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता पर लगे भ्रस्टाचार का केस लड़ा और उन्हें बचाया
5. जेसिका मर्डर केस में आरोपी मनु शर्मा का केस लड़ा
6. झारखण्ड के पूर्व कांग्रेस मुख्यमंत्री अजीत जोगी के बेटे अमित जोगी को रामअवतार हत्या के आरोप में बचाया।
7. 2G घोटाले में कनिमोझी का केस लड़ा और उन्हें बचाया।
8. आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री के बेटे और YSR कांग्रेस पार्टी के सांसद वाई एस जगमोहन रेड्डी का केस लड़ा
9. अवैध खनन में कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री येदुरप्पा का केस लड़ा।
10. राजीव ग़ांधी के हत्यारों का केस लड़ा
11. लालू प्रसाद यादव के चारा घोटाला का केस लड़ा और उन्हें जमानत दिलवाई
12. अब केजरीवाल का केस लडेगा
Ramjethmalani
मोदी सरकार का क्यों किया विरोध?
  राम जेठमलानी मोदी सरकार के पीछे भी हाथ धोकर पड़ गए थे। उन्होंने लोकसभा चुनावों से पहले मोदी को सपोर्ट किया था और सोचे थे कि मोदी के कार्यकाल में उन्हें शायद कोई मंत्रालय मिल जायेगा लेकिन मोदी ने उन्हें मंत्री नहीं बनाया। राम जेठमलानी को इसी बात की तीस थी। उन्होंने मोदी सरकार पर कालेधन पर ढीला रवैया अपनाने का आरोप लगाया है और बिहार चुनावों में मोदी को हराने के लिए नीतीश कुमार से हाथ मिला लिया था।आतंकवादी अफजल गुरु का केस लड़ने के कारण उनकी और बीजेपी की हमेशा के लिए दूरी बन गयी थी।