मंगल मूर्ति मोरिया, अगले बरस तू जल्दी आ की गूंज से गूंज उठा भक्ति का सैलाब
बांसवाड़ा/राजस्थान।। गणेश महोत्सव के पुरे 9 दिन बाद आज गणेश जी की विदाई स्वरुप बांसवाड़ा के डायलाब तालाब पर विसर्जन के लिए भक्तों का सुबह से ही भारी जमावड़ा रहा। जहा विसर्जन को लेकर शहरो में भीड़ का उत्साह था वही गाँवो में भी अनंत चतुर्दशी पर गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन का खासा उत्साह देखा गया। गणेश भक्तो ने जहा भाव विभोर हो कर अपने परम आराध्य गणेश जी को फिर से एक वर्ष बाद आने का न्यौता देते हुए डायलाब तालाब में गणपति बप्पा मोरिया अगले बरस तू जल्दी आना की गूंज के साथ विसर्जित किया। 10 दिन बाद भगवान गणेश अपने भक्तों के बीच से विदा ले रहे हैं। अनंत चतुर्दशी पर दो हजार से अधिक गणेश प्रतिमाओं का डायलाब तालाब में विसर्जन का सिलसिला शुक्रवार सुबह से हो गया था।
अनंत चतुर्दशी पर भगवान गणेश को विसर्जित करने वाले भक्तों की डायलाब तालाब के किनारे भारी तादात में भीड़ जुटी। वही कई ड्रमो की सहायता से मचान बनाकर अभ्यस्त विसर्जन करने वाले कार्यकताओं का जोश मौके पर देखते ही बनता था।
जल प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए नगर परिषद ने विसर्जन की खास जगह तय की। इसके लिए 18 हजार लीटर का अस्थायी कुंड बनाया है। यहां 14 ड्रम की मदद से पानी की मचान बनाई गई है। इसकी मदद से बड़ी गणेश प्रतिमाओं को गहरे पानी में विसर्जित किया गया। वही एनजीटी और पीसीबी की गाइडलाइन के अनुसार गणेश घाट के अलावा दूसरे हिस्सों में प्रतिमाओं के विसर्जन पर प्रतिबंध है। इसी वजह से शहर भर की 2 हज़ार से अधिक गणेश प्रतिमाओं विदाई बांसवाड़ा के डायलाब तालाब पर लाया गया। हलाकि देर शाम तक यहां प्रतिमाओं का विसर्जन चलेगा।
सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर मौके पर 500 से अधिक जवानों का जाप्ता लगाया गया है। दिन की शुरुआत में घरों में रखी प्रतिमाओं का पहले विसर्जन किया गया। वही बड़ी प्रतिमाए दोपहर बाद शहर से जुलूस निकलने के साथ आने लगी। बड़ी संख्या में भक्तों की भीड़ इन जुलूसों में शामिल हुई, जिनका उत्साह उनके नाच गाने और हुड़दंग से ही देखा जा सकता था।
3 KM तक वन-वे ट्रेफिक, ड्रोन से रखी गई नजर
भगवान के विसर्जन से पहले शोभायात्राओं में हजारों की संख्या में भक्तों की भीड़ को देखते हुए पुलिस की ओर से विशेष इंतजाम किए गए। जयपुर रोड पर स्थित डायलाब से कस्टम चौराहे तक करीब 3 किलोमीटर दूरी पर वन-वे किया गया। जयपुर से आने वाले वाहनों को खाटू श्याम मंदिर से उदयपुर रोड के महाराणा प्रताप सर्कल और कॉलेज रोड होकर दाहोद रोड की ओर निकाला जा रहा है। इस रोड पर वन-वे की व्यवस्था की गई है ताकि शोभायात्रा और भक्तों की आने वाली भीड़ को असुविधा नहीं हो।
वही मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों से निकलने वाली जुलुस की खास निगरानी के लिए पूरे रूट पर पुलिस भीड़ की गतिविधियों और अराजक तत्वों पर नजर रखने के लिए ड्रोन की मदद ली गई। साथ ही ट्रैफिक पर नियंत्रण करने के लिए पुलिस जाप्ता भी मुस्तैदी से तैनात नज़र आया।
प्रथम पूज्य देवता की दस दिन की पूजा अर्चना के बाद गांव-गांव में हुए विसर्जन
दस दिन की पूजा अर्चना के बाद समस्त कार्यो मे प्रथम पूज्य देवता भगवान गणेश की मूर्तियो का विसर्जन कार्यक्रम अनंत चतुर्दशी पर बडी धुमधाम से किया गया।
जहा डीजे और ढोल नगाडो के साथ स्थापित प्रतिमाओ की भव्य शोभायात्रा विसर्जन स्थान तक निकाली गयी जिसमे युवक, युवतिया, महिला, पुरुष और बच्चे जमकर नाचे वही गणपति बाप्पा मोरिया, मंगल मूर्ति मोरिया, अगले बरस तू जल्दी आ की जयकारो की गूंज से कुशलगढ का देहात इलाका भगवान गणेश की भक्ति मे डूबा नजर आया।
क्षेत्र के बडी सरवा, पाटन, छोटी सरवा, मोहकमपुरा, रामगढ, टिमेडा, लोहारिया, उकांला सहित क्षेत्र के गांव-गा़व भगवान गणेश की विसर्जन शोभायात्रा निकाली गयी। इधर खेडा धरती के समस्त कस्बो और प्रमुख गांवो मे पाटन पुलिस और शासन प्रशासन की देखरेख मे शांतिपूर्ण विसर्जन कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। सभी स्थानो पर विसर्जन से पहले महाआरती और प्रतिमा विसर्जन के बाद प्रसादी का वितरण भी किया गया।
ऊंट गाड़ी पर दर्शन देने निकलें गणपती बाप्पा गुजरात से आए कलाकारों ने दी सांस्कृतिक प्रस्तुती
राजस्थान के बांसवाड़ा जिले सहित कुशलगढ़ नगर एवं आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में अनंत चतुर्दशी पर गणपती विसर्जन धूमधाम से ढोल नगाड़ों के साथ गणपति बप्पा का जुलूस नगर के प्रमुख मार्गो से निकला जिसमें जुलूस में गुजरात के कोटड़ा गांव के आदिवासी भगोरिया ने अपना नृत्य प्रस्तुत कर समा बाँध दिया। वही एक से बढ़कर एक गणपती की झांकी नगर में निकल रही थी जिसमें ऊंट गाड़ी, ट्रैक्टर आदि पर गणपति जी सवार थे।
उधर प्रशासन ने बावलीयाखाल में नदी पर गणपति विसर्जन कार्यक्रम को लेकर पूरी सतर्कता रखी। नगर पालिका प्रशासन द्वारा देश शाम तक चलने वाले गणपति विसर्जन को लेकर लाइट व्यवस्था भी माकूल रखी, जिससे गणपति विसर्जन में कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। वही नगर पालिका द्वारा निर्धारित कर्मचारियों ने गणपति की मूर्तियों का विसर्जन किया। मौके पर स्थितियों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस प्रशासन की ओर से भी बड़ी संख्या में पुलिस स्टाफ मौजूद था।
विसर्जन के समय कुशलगढ़ तहसीलदार वीरेंद्र सिंह राठौड़, नगर पालिका अधिशासी अधिकारी सोहन लाल नायक, तहसीलदार हरीश सोनी, राजू पिठाया, संजय पिठाया और नगर पालिका कर्मचारी विसर्जन स्थल पर उपस्थित थे। उधर पुलिस प्रशासन की ओर से कुशलगढ़ थाना प्रभारी महिपाल सिंह सिसोदिया मय जाब्ते के साथ मुस्तैदी से निगाहे रखे हुए थे।