मेवाड़ और महाराणा प्रताप को समर्पित है वाटर लेजर शो
उदयपुर/राजस्थान।। प्रताप गौरव केन्द्र ‘राष्ट्रीय तीर्थ’ में उदयपुर का पहला वाटर लेजर शो अब 10 मई से नियमित रूप से शुरू होगा। पर्यटक और शहरवासी 10 मई से ‘मेवाड़ की शौर्य गाथा’ वाटर लेजर शो को नियमित रूप से जल यवनिका पर देख सकेंगे।
केन्द्र निदेशक अनुराग सक्सेना ने बताया कि गत 19 अप्रैल को असम के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया के मुख्य आतिथ्य में इस वाटर लेजर शो का उद्घाटन हुआ था। इसके बाद इसे 05 मई से नियमित शुरू करने की घोषणा की गई थी। उद्घाटन के बाद शहर के प्रबुद्धजनों व मीडिया साथियों से प्राप्त हुए सुझावों के आधार पर कुछे एक तकनीकी सुधार की आवश्यकता महसूस हुई। ऐसे में अब इस वाटर लेजर शो को 10 मई से नियमित रूप से शुरू किया जाएगा।
सक्सेना ने बताया कि यह वाटर लेजर शो उदयपुर का पहला है जिसकी अवधि 28 मिनट की होगी और यह मेवाड़ और वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप को समर्पित होगा। नियमित रूप से यहां दो शो होंगे। एक शो में 200 जनों के बैठने की क्षमता है। चूंकि, प्रताप गौरव केन्द्र संग्रहालय का समय शाम 6 बजे तक ही रहता है, ऐसे में लेजर शो अलग से भी देखा जा सकेगा।
उल्लेखनीय है कि इस वाटर लेजर शो के निर्माण में साढ़े सात करोड़ रुपये की लागत आई है। इसमें केन्द्र सरकार के संस्कृति मंत्रालय का सहयोग प्राप्त हुआ है। राज्य में इसकी नोडल एजेंसी आरटीडीसी को बनाया गया है।
इस वाटर लेजर शो में वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की जीवन गाथा और मेवाड़ के इतिहास के अंशों का प्रदर्शन लेजर के माध्यम से पानी के पर्दे पर होगा। पर्यटन जगत में भी यह अपने आप में अनूठा लेजर शो है जो उदयपुर में पहला है। प्रताप गौरव केन्द्र मेवाड़ और देश के वीरों की गाथाओं का संग्रहालय है, जहां पर डिजिटल, मैकेनिकल, दृश्य-श्रव्य और चित्र-प्रतिमाओं के माध्यम से महाराणा प्रताप सहित अन्य वीरों, वीरांगनाओं, संतजन, महापुरुषों, स्वाधीनता सेनानियों, समाज सुधारकों आदि का चित्रण प्रस्तुत है। इसी कड़ी में अब यह वाटर लेजर शो भी जुड़ रहा है।