इस तरह वो 'App Developers का मक्का' कहलाने वाले इस Event की सबसे छोटी सहभागी बन गयी है.
2 साल पहले ऑस्ट्रेलिया में रहने वाली Vijay ने मोबाइल App बनाने की सोची थी. उसने इसके लिए एक साल तक इंटरनेट पर Tutorials देखे और उनसे सीखा कि App कैसे बनाये जाते हैं.
Vijay, Apple के Scholarship Programme के तहत 'WWDC' में शामिल होने जा रही हैं. Vijay बताती हैं कि एक Idea को App का रूप देना आसान नहीं होता है, इसमें काफी मेहनत लगती है. App बनाने के कई Components होते हैं, जैसे Prototyping, Design, Wireframing, User Interface Design और फिर Coding व Testing की जाती है.
Vijay अब अपने अगले App पर काम कर रही हैं, जो उसकी उम्र के बच्चों को उनके भविष्य के लक्ष्य निर्धारित करने में मदद करेगा.
