एसडीएम अमरजीत सिंह के नेतृत्व में इरीगेशन विभाग के इंजीनियर विजय कुमार, डीएसपी रणजीत सिंह नेे भारी पुलिस फ़ोर्स ने सामान उठा कर बाहर फेंक दिया। शिंगारा 1992 से 1997 व 1997 से 2002 तक गढ़शंकर के बसपा से विधायक रहे हैं। वह अब बसपा छोड़ चुके है, बीते कई वर्षों से कांग्रेस के लिए काम कर रहे थे।
साहूंग्रा ने बताया कि पूर्व विधायक होने के नाते 20 हजार रुपये मासिक पेंशन मिलती है। उसी में से मैं अपने लिए किराए के घर की तलाश कर रहा हूं, लेकिन जब तक घर नहीं मिल जाता तब तक मैं खुले आसमान के नीचे ही रहूंगा। यहां तक कि विधायक की पत्नी भी सड़क पर ही रोटी बना रही हैं और अब यहीं उनका किचन है