हालांकि, शुरुआती दौर में इन दोनों आतंकी गिरोहों का निशाना केवल भारत था, लेकिन अब इन्होंने अपना ध्यान अरब पर केंद्रित करना शुरु किया है। ज़र्नेक ने लिखा है कि फलाह-ए-इंसानियत धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रमों के माध्यम से एक कैडर तैयार करता है और उन्हें कट्टर बनाता है। फलाह-ए-इंसानियत का कार्यक्षेत्र पाकिस्तान के नेपाल, सीरिया, गाज़ा जैसे देश हैं। इसी कैडर से लश्कर-ए-तैयबा और जमात-उत-दाबा के आतंकी पैदा किये जाते हैं। ज़र्नेक ने यह भी लिखा है कि हाफिज़ सईद का नेटवर्क पेरिस से ऑस्ट्रिया के सल्ज़बर्ग, सिडनी से काठमाण्डु और इटली से बेल्जियम तक फैला हुआ है।
हाफिज़ सईद ने कराया सऊदी अरब की मदीना मस्जिद पर आतंकी हमला
4:44 PM
हालांकि, शुरुआती दौर में इन दोनों आतंकी गिरोहों का निशाना केवल भारत था, लेकिन अब इन्होंने अपना ध्यान अरब पर केंद्रित करना शुरु किया है। ज़र्नेक ने लिखा है कि फलाह-ए-इंसानियत धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रमों के माध्यम से एक कैडर तैयार करता है और उन्हें कट्टर बनाता है। फलाह-ए-इंसानियत का कार्यक्षेत्र पाकिस्तान के नेपाल, सीरिया, गाज़ा जैसे देश हैं। इसी कैडर से लश्कर-ए-तैयबा और जमात-उत-दाबा के आतंकी पैदा किये जाते हैं। ज़र्नेक ने यह भी लिखा है कि हाफिज़ सईद का नेटवर्क पेरिस से ऑस्ट्रिया के सल्ज़बर्ग, सिडनी से काठमाण्डु और इटली से बेल्जियम तक फैला हुआ है।
